വിശുദ്ധ ഖുർആൻ പരിഭാഷ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - വിവർത്തനങ്ങളുടെ സൂചിക


പരിഭാഷ ആയത്ത്: (152) അദ്ധ്യായം: സൂറത്തുൽ ബഖറഃ
فَاذْكُرُوْنِیْۤ اَذْكُرْكُمْ وَاشْكُرُوْا لِیْ وَلَا تَكْفُرُوْنِ ۟۠
तुम मुझे अपने दिलों और शारीरिक अंगों द्वारा याद करो; मैं तुम्हारी प्रशंसा करके और तुम्हें संरक्षण प्रदान करके तुम्हें याद रखूँगा। क्योंकि बदला कार्य के समान ही मिलता है। तथा मेरी उन नेमतों का शुक्रिया अदा करो, जो मैंने तुम्हें प्रदान की हैं, और उनका इनकार करके और उन्हें हराम चीज़ों में इस्तेमाल करके मेरी नाशुक्री न करो।
അറബി ഖുർആൻ വിവരണങ്ങൾ:
ഈ പേജിലെ ആയത്തുകളിൽ നിന്നുള്ള പാഠങ്ങൾ:
• إطالة الحديث في شأن تحويل القبلة؛ لما فيه من الدلالة على نبوة محمد صلى الله عليه وسلم.
• क़िबला बदलने के बारे में बातचीत का विस्तार करना; क्योंकि इसमें मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के ईश्दूतत्व (नुबुव्वत) का प्रमाण है।

• ترك الجدال والاشتغالُ بالطاعات والمسارعة إلى الله أنفع للمؤمن عند ربه يوم القيامة.
• वाद-विवाद को छोड़कर आज्ञाकारिता में व्यस्त होना और अल्लाह की ओर जल्दी करना, मोमिन के लिए क़ियामत के दिन उसके रब के पास अधिक लाभदायक है।

• أن الأعمال الصالحة الموصلة إلى الله متنوعة ومتعددة، وينبغي للمؤمن أن يسابق إلى فعلها؛ طلبًا للأجر من الله تعالى.
• अल्लाह की ओर ले जाने वाले अच्छे कार्य विविध और अनेक हैं। और मोमिन को अल्लाह से प्रतिफल माँगते हुए उन्हें करने में पहल करना चाहिए।

• عظم شأن ذكر الله -جلّ وعلا- حيث يكون ثوابه ذكر العبد في الملأ الأعلى.
• अल्लाह का ज़िक्र करने की महानता, क्योंकि उसका प्रतिफल यह है कि बंदे का ज़िक्र ''मला-ए-आ'ला'' (समीपवर्ती फ़रिश्तों की सभा) में होता है।

 
പരിഭാഷ ആയത്ത്: (152) അദ്ധ്യായം: സൂറത്തുൽ ബഖറഃ
സൂറത്തുകളുടെ സൂചിക പേജ് നമ്പർ
 
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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