വിശുദ്ധ ഖുർആൻ പരിഭാഷ - ഖുർആൻ സംക്ഷിപ്ത വിശദീകരണം - പരിഭാഷ (ഹിന്ദി)

अल्-फ़ुर्क़ान

സൂറത്തിൻ്റെ ഉദ്ദേശ്യങ്ങളിൽ പെട്ടതാണ്:
الانتصار للرسول صلى الله عليه وسلم وللقرآن ودفع شبه المشركين.
रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का और क़ुरआन का समर्थन करना तथा मुश्रिकों के संदेहों का खंडन करना। info

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1 : 25

تَبٰرَكَ الَّذِیْ نَزَّلَ الْفُرْقَانَ عَلٰی عَبْدِهٖ لِیَكُوْنَ لِلْعٰلَمِیْنَ نَذِیْرَا ۟ۙ

उस अस्तित्व की भलाई बहुत अधिक और बहुल है, जिसने अपने बंदे और रसूल मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम पर सत्य और असत्य के बीच अंतर करने वाला क़ुरआन उतारा, ताकि वह मानव जाति और जिन्न की ओर, उन्हें अल्लाह की यातना से डराने वाला रसूल हो जाए। info
التفاسير:
ഈ പേജിലെ ആയത്തുകളിൽ നിന്നുള്ള പാഠങ്ങൾ:
• دين الإسلام دين النظام والآداب، وفي الالتزام بالآداب بركة وخير.
• इस्लाम धर्म व्यवस्था और शिष्टाचार का धर्म है। और शिष्टाचार का पालन करने में बरकत और भलाई है। info

• منزلة رسول الله صلى الله عليه وسلم تقتضي توقيره واحترامه أكثر من غيره.
• अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का रुतबा इस बात का तक़ाज़ा करता है कि दूसरों की तुलना में आपका अधिक आदर और सम्मान किया जाए। info

• شؤم مخالفة سُنَّة النبي صلى الله عليه وسلم.
• नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की सुन्नत का उल्लंघन करने का दुर्भाग्य। info

• إحاطة ملك الله وعلمه بكل شيء.
• हर चीज़ अल्लाह के राज्य और उसके ज्ञान के घेरे में है। info