വിശുദ്ധ ഖുർആൻ പരിഭാഷ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - വിവർത്തനങ്ങളുടെ സൂചിക


പരിഭാഷ ആയത്ത്: (14) അദ്ധ്യായം: സൂറത്ത് ഫുസ്സ്വിലത്ത്
اِذْ جَآءَتْهُمُ الرُّسُلُ مِنْ بَیْنِ اَیْدِیْهِمْ وَمِنْ خَلْفِهِمْ اَلَّا تَعْبُدُوْۤا اِلَّا اللّٰهَ ؕ— قَالُوْا لَوْ شَآءَ رَبُّنَا لَاَنْزَلَ مَلٰٓىِٕكَةً فَاِنَّا بِمَاۤ اُرْسِلْتُمْ بِهٖ كٰفِرُوْنَ ۟
जब उनके पास उनके रसूल, एक-दूसरे के बाद, एक ही आह्वान लेकर आए और उन्हें आदेश दिया कि एक अल्लाह के सिवा किसी की इबादत न करें, तो उनमें से काफ़िरों ने कहा : यदि हमारा रब चाहता, तो हमारी आेर फ़िश्तों को रसूल बनाकर भेजता। अतः, तुम जिस बात के साथ भेजे गए हो, हम उसे नहीं मानते। क्योंकि तुम हमारे ही जैसे इनसान हो।
അറബി ഖുർആൻ വിവരണങ്ങൾ:
ഈ പേജിലെ ആയത്തുകളിൽ നിന്നുള്ള പാഠങ്ങൾ:
• الإعراض عن الحق سبب المهالك في الدنيا والآخرة.
• सत्य से मुँह मोड़ना दुनिया एवं आख़िरत में हलाकतों का सबब है।

• التكبر والاغترار بالقوة مانعان من الإذعان للحق.
• अभिमान तथा शक्ति का धोखा सत्य का पालन करने से रोकने वाली चीज़ें हैं।

• الكفار يُجْمَع لهم بين عذاب الدنيا وعذاب الآخرة.
• काफ़िरो को दुनिया एवं आख़िरत दोनों जगहों की यातना का सामना करना पड़ेगा।

• شهادة الجوارح يوم القيامة على أصحابها.
• इनसानी शरीर के अंग क़ियामत के दिन उनके विरुद्ध गवाही देंगे।

 
പരിഭാഷ ആയത്ത്: (14) അദ്ധ്യായം: സൂറത്ത് ഫുസ്സ്വിലത്ത്
സൂറത്തുകളുടെ സൂചിക പേജ് നമ്പർ
 
വിശുദ്ധ ഖുർആൻ പരിഭാഷ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - വിവർത്തനങ്ങളുടെ സൂചിക

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

അടക്കുക