വിശുദ്ധ ഖുർആൻ പരിഭാഷ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - വിവർത്തനങ്ങളുടെ സൂചിക


പരിഭാഷ ആയത്ത്: (12) അദ്ധ്യായം: സൂറത്തുൽ ഫത്ഹ്
بَلْ ظَنَنْتُمْ اَنْ لَّنْ یَّنْقَلِبَ الرَّسُوْلُ وَالْمُؤْمِنُوْنَ اِلٰۤی اَهْلِیْهِمْ اَبَدًا وَّزُیِّنَ ذٰلِكَ فِیْ قُلُوْبِكُمْ وَظَنَنْتُمْ ظَنَّ السَّوْءِ ۖۚ— وَكُنْتُمْ قَوْمًا بُوْرًا ۟
तुमने माल और बाल-बच्चों की देखभाल में व्यस्त होने का जो बहाना पेश किया है, वह तुम्हारे रसूल के साथ न चलने का (वास्तविक) कारण नहीं है। बल्कि, तुमने सोचा था कि रसूल और उनके साथी सभी नष्ट हो जाएँगे, और मदीना में अपने परिवारों के पास नहीं लौटेंगे। शैतान ने इस सोच को तुम्हारे दिलों में सुंदर बना दिया था। तथा तुमने अपने पालनहार के बारे में बुरा गुमान किया कि वह अपने नबी की मदद नहीं करेगा। दरअसल, तुम अल्लाह के बारे में बुरा सोचने और उसके रसूल के साथ चलने से पीछे रहने के कारण, थे ही विनाश होने वाले लोग।
അറബി ഖുർആൻ വിവരണങ്ങൾ:
ഈ പേജിലെ ആയത്തുകളിൽ നിന്നുള്ള പാഠങ്ങൾ:
• مكانة بيعة الرضوان عند الله عظيمة، وأهلها من خير الناس على وجه الأرض.
• अल्लाह के निकट 'बैअते रिज़वान' की स्थिति बहुत महान है और इसमें शामिल लोग धरती के ऊपर सबसे अच्छे लोगों में से हैं।

• سوء الظن بالله من أسباب الوقوع في المعصية وقد يوصل إلى الكفر.
• अल्लाह के प्रति बदगुमानी अवज्ञा में पड़ने का एक कारण है और यह कुफ़्र की ओर ले जा सकता है।

• ضعاف الإيمان قليلون عند الفزع، كثيرون عند الطمع.
• कमज़ोर ईमान वाले लोग मदद को पहुँचने के समय बहुत थोड़े होते हैं और लोभ (लाभ) के समय बहुत अधिक होते हैं।

 
പരിഭാഷ ആയത്ത്: (12) അദ്ധ്യായം: സൂറത്തുൽ ഫത്ഹ്
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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