വിശുദ്ധ ഖുർആൻ പരിഭാഷ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - വിവർത്തനങ്ങളുടെ സൂചിക


പരിഭാഷ ആയത്ത്: (43) അദ്ധ്യായം: സൂറത്തുൽ അൻഫാൽ
اِذْ یُرِیْكَهُمُ اللّٰهُ فِیْ مَنَامِكَ قَلِیْلًا ؕ— وَلَوْ اَرٰىكَهُمْ كَثِیْرًا لَّفَشِلْتُمْ وَلَتَنَازَعْتُمْ فِی الْاَمْرِ وَلٰكِنَّ اللّٰهَ سَلَّمَ ؕ— اِنَّهٗ عَلِیْمٌۢ بِذَاتِ الصُّدُوْرِ ۟
तथा (ऐ रसूल!) आप, अपने और मोमिनों के ऊपर अल्लाह की नेमत को याद करें, जब अल्लाह ने आपको सपने में मुश्रिकों की संख्या कम करके दिखाई, और आपने ईमान वालों को इसके बारे में बताया, तो वे इस शुभ समाचार से आनंदित हुए और अपने दुश्मन से मिलने और उससे लड़ने का उनका संकल्प और भी मज़बूत हो गया। यदि अल्लाह आपको मुश्रिकों की संख्या अधिक दिखाता, तो अवश्य ही आपके साथियों के संकल्प कमज़ोर पड़ जाते और वे लड़ने से भय खाने लगते। परंतु अल्लाह ने इससे सुरक्षित रखा और उन्हें असफलता से बचाया। इसलिए उन्हें अपने रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की नज़र में कम कर दिया। निःसंदेह वह सीनों की बातों से भली-भाँति अवगत, तथा दिलों के भेदों को जानने वाला है।
അറബി ഖുർആൻ വിവരണങ്ങൾ:
ഈ പേജിലെ ആയത്തുകളിൽ നിന്നുള്ള പാഠങ്ങൾ:
• الغنائم لله يجعلها حيث شاء بالكيفية التي يريد، فليس لأحد شأن في ذلك.
• ग़नीमत का धन अल्लाह का है। वह जहाँ चाहे, जिस तरह चाहे उसका आवंटन करे। किसी का उसमें कोई दख़ल नहीं है।

• من أسباب النصر تدبير الله للمؤمنين بما يعينهم على النصر، والصبر والثبات والإكثار من ذكر الله.
• जीत के कुछ कारण इस प्रकार हैं : अल्लाह का ईमान वालों के लिए उस चीज़ का प्रबंधन जो जीत हासिल करने में उनकी सहायक हो, सब्र करना, युद्ध के मैदान में मज़बूती से जमे रहना और अधिक से अधिक अल्लाह को याद करना।

• قضاء الله نافذ وحكمته بالغة وهي الخير لعباد الله وللأمة كلها.
• अल्लाह का फ़ैसला लागू होकर रहता है और उसकी हिकमत व्यापक है। और यह अल्लाह के बंदों तथा पूरी उम्मत के लिए बेहतर होती है।

 
പരിഭാഷ ആയത്ത്: (43) അദ്ധ്യായം: സൂറത്തുൽ അൻഫാൽ
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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