ߞߎ߬ߙߣߊ߬ ߞߟߊߒߞߋ ߞߘߐ ߟߎ߬ ߘߟߊߡߌߘߊ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ߘߟߊߡߌߘߊ ߟߎ߫ ߦߌ߬ߘߊ߬ߥߟߊ


ߞߘߐ ߟߎ߬ ߘߟߊߡߌ߬ߘߊ߬ߟߌ ߟߝߊߙߌ ߘߏ߫: (60) ߝߐߘߊ ߘߏ߫: ߦߣߎߛߊ߫ ߝߐߘߊ
وَمَا ظَنُّ الَّذِیْنَ یَفْتَرُوْنَ عَلَی اللّٰهِ الْكَذِبَ یَوْمَ الْقِیٰمَةِ ؕ— اِنَّ اللّٰهَ لَذُوْ فَضْلٍ عَلَی النَّاسِ وَلٰكِنَّ اَكْثَرَهُمْ لَا یَشْكُرُوْنَ ۟۠
जो लोग अल्लाह पर झूठ गढ़ते हैं, वे क्या सोचते हैं कि क़ियामत के दिन उनके साथ क्या कुछ होने वाला है?! क्या वे यह समझते है कि उन्हें क्षमा कर दिया जाएगा?! यह बहुत दूर की बात है। वास्तव में अल्लाह लोगों पर बड़ा कृपालु है कि उन्हें मोहलत देता है और उन्हें दंड देने में जल्दी नहीं करता। परंतु उनमें से अधिकांश लोग अपने ऊपर अल्लाह की नेमतों का इनकार करने वाले हैं। अतः वे उनके प्रति आभारी नहीं होते।
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• عظم ما ينتظر المشركين بالله من عذاب، حتى إنهم يتمنون دفعه بكل ما في الأرض، ولن يُقْبلَ منهم.
• उस यातना की भयंकरता, जो अल्लाह के साथ शिर्क करने वालों की प्रतीक्षा कर रही है, यहाँ तक कि वे धरती पर मौजूद सभी चीज़ों के द्वारा उसे हटाने की कामना करेंगे, परंतु वह उनसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।

• القرآن شفاء للمؤمنين من أمراض الشهوات وأمراض الشبهات بما فيه من الهدايات والدلائل العقلية والنقلية.
• क़ुरआन ईमान वालों के लिए उसमें मौजूद मार्गदर्शन और बौद्धिक एवं धार्मिक प्रमाणों से वासनाओं और संदेहों के रोगों का उपचार है।

• ينبغي للمؤمن أن يفرح بنعمة الإسلام والإيمان دون غيرهما من حطام الدنيا.
• मोमिन को चाहिए कि वह सांसारिक सामग्रियों के बजाय इस्लाम और ईमान की नेमत पर प्रसन्न हो।

• دقة مراقبة الله لعباده وأعمالهم وخواطرهم ونياتهم.
• अल्लाह अपने बंदों तथा उनके कर्मों, विचारों और इरादों का सूक्ष्म निरीक्षण करता है।

 
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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