ߞߎ߬ߙߣߊ߬ ߞߟߊߒߞߋ ߞߘߐ ߟߎ߬ ߘߟߊߡߌߘߊ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ߘߟߊߡߌߘߊ ߟߎ߫ ߦߌ߬ߘߊ߬ߥߟߊ


ߞߘߐ ߟߎ߬ ߘߟߊߡߌ߬ߘߊ߬ߟߌ ߟߝߊߙߌ ߘߏ߫: (96) ߝߐߘߊ ߘߏ߫: ߤߎ߯ߘߎ߫ ߝߐߘߊ
وَلَقَدْ اَرْسَلْنَا مُوْسٰی بِاٰیٰتِنَا وَسُلْطٰنٍ مُّبِیْنٍ ۟ۙ
और हमने मूसा को अल्लाह की तौह़ीद को दर्शाने वाली अपनी निशानियों तथा जो कुछ वह लेकर आए थे उसकी सत्यता को प्रमाणित करने वाले अपने स्पष्ट तर्कों के साथ भेजा।
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• ذمّ الجهلة الذين لا يفقهون عن الأنبياء ما جاؤوا به من الآيات.
• ऐसे अज्ञानियों की निंदा, जो नबियों की लाई हुई निशानियों को नहीं समझते।

• ذمّ وتسفيه من اشتغل بأوامر الناس، وأعرض عن أوامر الله.
• ऐसे लोगों की निंदा की गई है और उन्हें मूर्ख बताया गया है, जो लोगों की आज्ञाओं का पालन करते हैं, और अल्लाह के आदेशों से उपेक्षा करते हैं।

• بيان دور العشيرة في نصرة الدعوة والدعاة.
• धर्म प्रचार एवं धर्म प्रचारकों के समर्थन में क़बीले की भूमिका का वर्णन।

• طرد المشركين من رحمة الله تعالى.
• मुश्रिकों का अल्लाह की दया से निष्कासन।

 
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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