ߞߎ߬ߙߣߊ߬ ߞߟߊߒߞߋ ߞߘߐ ߟߎ߬ ߘߟߊߡߌߘߊ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ߘߟߊߡߌߘߊ ߟߎ߫ ߦߌ߬ߘߊ߬ߥߟߊ


ߞߘߐ ߟߎ߬ ߘߟߊߡߌ߬ߘߊ߬ߟߌ ߟߝߊߙߌ ߘߏ߫: (83) ߝߐߘߊ ߘߏ߫: ߟߞߌߛߍ ߟߎ߬ ߝߐߘߊ
یَعْرِفُوْنَ نِعْمَتَ اللّٰهِ ثُمَّ یُنْكِرُوْنَهَا وَاَكْثَرُهُمُ الْكٰفِرُوْنَ ۟۠
अल्लाह ने बहुदेववादियों को जो नेमतें दे रखी हैं, वे उन्हें अच्छी तरह पहचानते हैं, जिनमें एक नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम को उनकी ओर रसूल बनाकर भेजना भी शामिल है। फिर वे उनके प्रति आभार प्रकट न करके और उसके रसूल को झुठलाकर, उसकी नेमतों का इनकार करते हैं। और उनमें से अधिकतर लोग अल्लाह की नेमतों का इनकार ही करने वाले हैं।
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• دلت الآيات على جواز الانتفاع بالأصواف والأوبار والأشعار على كل حال، ومنها استخدامها في البيوت والأثاث.
• इन आयतों से प्रमाणित हुआ कि ऊन, रोम और बालों से हर तरह लाभ उठाना जायज़ है। उन्हीं में से उनका घरों और फर्नीचर में उपयोग करना भी है।

• كثرة النعم من الأسباب الجالبة من العباد مزيد الشكر، والثناء بها على الله تعالى.
• नेमतों की अधिकता उन कारणों में से है जो बंदों से अधिक आभार प्रकट करने और उनके द्वारा अल्लाह सर्वशक्तिमान की प्रशंसा करने की अपेक्षा करते हैं।

• الشهيد الذي يشهد على كل أمة هو أزكى الشهداء وأعدلهم، وهم الرسل الذين إذا شهدوا تمّ الحكم على أقوامهم.
• वह गवाह जो हर समुदाय पर गवाही देगा, सबसे सच्चा और सबसे न्यायवान् गवाह है। और वे पैगंबर गण हैं, जिनके गवाही देने पर उनकी जातियों का निर्णय कर दिया जाएगा।

• في قوله تعالى: ﴿وَسَرَابِيلَ تَقِيكُم بِأْسَكُمْ﴾ دليل على اتخاذ العباد عدّة الجهاد؛ ليستعينوا بها على قتال الأعداء.
• अल्लाह तआला के फ़रमान : {وَسَرَابِيلَ تَقِيكُم بِأْسَكُمْ} (और ऐसे वस्त्र प्रदान किए, जो तुम्हें तुम्हारी लड़ाई में बचाते हैं) में युद्ध के सामान तैयार करने का प्रमाण मिलता है, ताकि दुश्मनों से लड़ने के लिए उनका इस्तेमाल किया जाए।

 
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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