ߞߎ߬ߙߣߊ߬ ߞߟߊߒߞߋ ߞߘߐ ߟߎ߬ ߘߟߊߡߌߘߊ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ߘߟߊߡߌߘߊ ߟߎ߫ ߦߌ߬ߘߊ߬ߥߟߊ


ߞߘߐ ߟߎ߬ ߘߟߊߡߌ߬ߘߊ߬ߟߌ ߟߝߊߙߌ ߘߏ߫: (21) ߝߐߘߊ ߘߏ߫: ߘߍ߲߬ߞߣߍ߬ߦߊ߬ߓߊ߮ ߟߎ߬ ߝߐߘߊ
وَاِنَّ لَكُمْ فِی الْاَنْعَامِ لَعِبْرَةً ؕ— نُسْقِیْكُمْ مِّمَّا فِیْ بُطُوْنِهَا وَلَكُمْ فِیْهَا مَنَافِعُ كَثِیْرَةٌ وَّمِنْهَا تَاْكُلُوْنَ ۟ۙ
निःसंदेह (ऐ लोगो!) तुम्हारे लिए पशुओं (ऊँट, गाय और बकरी) में एक बड़ी शिक्षा एवं संकेत है, जिससे तुम अल्लाह की शक्ति और अपने ऊपर उसकी दयालुता का पता लगा सकते हो। हम तुम्हें इन पशुओं के पेटों में जो कुछ है, उससे शुद्ध दूध पिलाते हैं, जो पीने वालों के लिए सुस्वाद है। तथा तुम्हारे लिए इनमें और भी बहुत-से लाभ हैं जिनसे तुम लाभ उठाते हो, जैसे- सवारी, ऊन, रोवां और बाल। तथा तुम इनका माँस भी खाते हो।
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• لطف الله بعباده ظاهر بإنزال المطر وتيسير الانتفاع به.
• बारिश बरसाने और उससे लाभ उठाना आसान बनाने से अल्लाह की अपने बंदों पर दया स्पष्ट है।

• التنويه بمنزلة شجرة الزيتون.
• ज़ैतून के पेड़ के महत्व का उल्लेख।

• اعتقاد المشركين ألوهية الحجر، وتكذيبهم بنبوة البشر، دليل على سخف عقولهم.
• मुश्रिकों का पत्थर (मूर्ति) के पूज्य होने की आस्था रखना और मनुष्य के नबी होने का इनकार करना, उनके अल्पबुद्धि होने का प्रमाण है।

• نصر الله لرسله ثابت عندما تكذبهم أممهم.
• अल्लाह का अपने रसूलों की उस समय मदद करना अटल है जब उनकी जातियों के लोग उनका इनकार करते हैं।

 
ߞߘߐ ߟߎ߬ ߘߟߊߡߌ߬ߘߊ߬ߟߌ ߟߝߊߙߌ ߘߏ߫: (21) ߝߐߘߊ ߘߏ߫: ߘߍ߲߬ߞߣߍ߬ߦߊ߬ߓߊ߮ ߟߎ߬ ߝߐߘߊ
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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