ߞߎ߬ߙߣߊ߬ ߞߟߊߒߞߋ ߞߘߐ ߟߎ߬ ߘߟߊߡߌߘߊ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ߘߟߊߡߌߘߊ ߟߎ߫ ߦߌ߬ߘߊ߬ߥߟߊ


ߞߘߐ ߟߎ߬ ߘߟߊߡߌ߬ߘߊ߬ߟߌ ߟߝߊߙߌ ߘߏ߫: (32) ߝߐߘߊ ߘߏ߫: ߛߊ߲߬ߞߊߟߌ߲ ߠߎ߬ ߝߐߘߊ
وَالَّذِیْنَ هُمْ لِاَمٰنٰتِهِمْ وَعَهْدِهِمْ رٰعُوْنَ ۟
और जो लोग अपने पास अमानत रखे हुए धनों और भेदों आदि की तथा लोगों से की हुई अपनी प्रतिज्ञाओं की रक्षा करने वाले हैं। न तो उनकी अमानतों में ख़यानत करते हैं और न उनकी प्रतिज्ञाओं को तोड़ते हैं।
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• شدة عذاب النار حيث يود أهل النار أن ينجوا منها بكل وسيلة مما كانوا يعرفونه من وسائل الدنيا.
• जहन्नम की यातना इतनी कठोर होगी कि जहन्नमी चाहेंगे कि वे हर उस साधन के द्वारा उससे बच जाएँ, जिससे वे दुनिया में परिचित थे।

• الصلاة من أعظم ما تكفَّر به السيئات في الدنيا، ويتوقى بها من نار الآخرة.
• नमाज़ सबसे बड़ी चीज़ों में से है, जिसके द्वारा दुनिया में गुनाहों को मिटाया और आख़िरत की आग से बचा जा सकता है।

• الخوف من عذاب الله دافع للعمل الصالح.
• अल्लाह की यातना का डर अच्छे कामों के लिए प्रेरणा है।

 
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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