Vertaling van de betekenissen Edele Qur'an - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Index van vertaling


Vertaling van de betekenissen Vers: (170) Surah: Soerat As-Saaffaat (Zij die in de Rangen behoren)
فَكَفَرُوْا بِهٖ فَسَوْفَ یَعْلَمُوْنَ ۟
167-170 - मक्का के मुश्रिक मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के नबी बनाए जाने से पहले कहा करते थे : अगर हमारे पास पहले लोगों की किताबों, उदाहरण के तौर पर तौरात, जैसी कोई किताब होती; तो हम अल्लाह ही के लिए इबादत को ख़ालिस करते। जबकि वे इस बारे में झूठे हैं। क्योंकि उनके पास मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम क़ुरआन लेकर आए, परंतु उन्होंने उसका इनकार कर दिया। अतः शीघ्र ही वे उस गंभीर यातना को जान लेंगे जो क़ियामत के दिन उनकी प्रतीक्षा कर रही है।
Arabische uitleg van de Qur'an:
Voordelen van de verzen op deze pagina:
• سُنَّة الله نصر المرسلين وورثتهم بالحجة والغلبة، وفي الآيات بشارة عظيمة؛ لمن اتصف بأنه من جند الله، أنه غالب منصور.
• अल्लाह का नियम रहा है कि वह तर्क और प्रभुत्व से रसूलों और उनके उत्तराधिकारियों की मदद करता है। तथा इन आयतों में उस व्यक्ति के लिए, जिसे अल्लाह का सिपाही बताया गया है, एक बहुत बड़ी खुशख़बरी है कि वह प्रभुत्वशाली और विजयी रहेगा।

• في الآيات دليل على بيان عجز المشركين وعجز آلهتهم عن إضلال أحد، وبشارة لعباد الله المخلصين بأن الله بقدرته ينجيهم من إضلال الضالين المضلين.
• इन आयतों में इस बात का प्रमाण है कि मुश्रिक लोग और उनके पूज्यगण किसी को भी गुमराह करने में असमर्थ और लाचार हैं। तथा अल्लाह के शुद्ध बंदों के लिए यह खुशख़बरी है कि अल्लाह अपनी शक्ति से उन्हें गुमराह करने वाले पथभ्रष्टों की गुमराही से सुरक्षित रखता है।

 
Vertaling van de betekenissen Vers: (170) Surah: Soerat As-Saaffaat (Zij die in de Rangen behoren)
Surah's Index Pagina nummer
 
Vertaling van de betekenissen Edele Qur'an - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - Index van vertaling

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

Sluit