Check out the new design

Tradução dos significados do Nobre Qur’an. - Tradução indiana de interpretação abreviada do Nobre Alcorão. * - Índice de tradução


Tradução dos significados Versículo: (47) Surah: Al-Israa
نَحْنُ اَعْلَمُ بِمَا یَسْتَمِعُوْنَ بِهٖۤ اِذْ یَسْتَمِعُوْنَ اِلَیْكَ وَاِذْ هُمْ نَجْوٰۤی اِذْ یَقُوْلُ الظّٰلِمُوْنَ اِنْ تَتَّبِعُوْنَ اِلَّا رَجُلًا مَّسْحُوْرًا ۟
हम उनके प्रमुखों के क़ुरआन सुनने के तरीक़े से अच्छी तरह अवगत हैं। उनका उद्देश्य क़ुरआन से हिदायत पाना नहीं है, बल्कि उनका उद्देश्य तिरस्कार करना और आपके क़ुरआन पढ़ने के समय शोर मचाना होता है। और हम खूब जानते हैं कि वे झुठलाने और क़ुरआन से रोकने के लिए चुपके-चुपके एक दूसरे से क्या कुछ कहते हैं, जब कुफ़्र के द्वारा अपने आप पर ज़ुल्म करने वाले ये लोग कहते हैं : (ऐ लोगो) तुम तो केवल एक जादू किए हुए आदमी के पीछे चलते हो, जिसका दिमाग ठीक नहीं है।
Os Tafssir em língua árabe:
Das notas do versículo nesta página:
• الزعم بأن الملائكة بنات الله افتراء كبير، وقول عظيم الإثم عند الله عز وجل.
• यह दावा कि फ़रिश्ते अल्लाह की बेटियाँ हैं, एक बड़ा मिथ्यारोप और अल्लाह के निकट बड़े गुनाह की बात है।

• أكثر الناس لا تزيدهم آيات الله إلا نفورًا؛ لبغضهم للحق ومحبتهم ما كانوا عليه من الباطل.
• अधिकांश लोग ऐसे हैं कि सत्य से उनकी घृणा और अपने झूठ से प्रेम के कारण, अल्लाह की आयतों से, केवल उनकी घृणा ही बढ़ती है।

• ما من مخلوق في السماوات والأرض إلا يسبح بحمد الله تعالى فينبغي للعبد ألا تسبقه المخلوقات بالتسبيح.
• आकाशों और धरती में जो भी मखलूक़ है, वह अल्लाह की प्रशंसा और गुणगान करती है। अतः बंदे को चाहिए कि अन्य मखलूक़ को अल्लाह की पाकी बयान करने के मामले में आगे बढ़ने न दे।

• من حلم الله على عباده أنه لا يعاجلهم بالعقوبة على غفلتهم وسوء صنيعهم، فرحمته سبقت غضبه.
• बंदों के प्रति अल्लाह की सहनशीलता ही का नतीजा है कि वह उन्हें उनके बुरे कर्मों और गफ़लत की सज़ा देने में जल्दी नहीं करता। चुनाँचे उसकी दया उसके क्रोध से आगे रहती है।

 
Tradução dos significados Versículo: (47) Surah: Al-Israa
Índice de capítulos Número de página
 
Tradução dos significados do Nobre Qur’an. - Tradução indiana de interpretação abreviada do Nobre Alcorão. - Índice de tradução

Emitido pelo Centro de Tafssir para Estudos Corânicos.

Fechar