Tradução dos significados do Nobre Qur’an. - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Índice de tradução


Tradução dos significados Versículo: (99) Surah: Suratu Al-Anbiyaa
لَوْ كَانَ هٰۤؤُلَآءِ اٰلِهَةً مَّا وَرَدُوْهَا ؕ— وَكُلٌّ فِیْهَا خٰلِدُوْنَ ۟
यदि उनके ये पूज्य (देवता), वास्तव में पूजे जाने के योग्य होते, तो वे उन लोगों के साथ नरक में प्रवेश नहीं करते, जो उनकी पूजा करते थे। तथा पूजा करने वालों और पूज्यों में से प्रत्येक जहन्नम में जाएँगे, जिनमें वे हमेशा के लिए रहेंगे, कभी भी उससे बाहर नहीं निकलेंगे।
Os Tafssir em língua árabe:
Das notas do versículo nesta página:
• التنويه بالعفاف وبيان فضله.
• पाक दामनी (सतीत्व) की प्रशंसा और उसके महत्व का बयान।

• اتفاق الرسالات السماوية في التوحيد وأسس العبادات.
• तौहीद (एकेश्वरवाद) और इबादतों के मूलाधारों में सभी आसमानी धर्मों का सहमत होना।

• فَتْح سد يأجوج ومأجوج من علامات الساعة الكبرى.
• याजूज और माजूज के बाँध का खुलना, क़ियामत की बड़ी निशानियों में से एक है।

• الغفلة عن الاستعداد ليوم القيامة سبب لمعاناة أهوالها.
• क़ियामत के दिन के लिए तैयारी से गाफ़िल होना, उसकी भयावहता को भुगतने का एक कारण है।

 
Tradução dos significados Versículo: (99) Surah: Suratu Al-Anbiyaa
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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