Tradução dos significados do Nobre Qur’an. - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Índice de tradução


Tradução dos significados Versículo: (96) Surah: Suratu Ãli-Imran
اِنَّ اَوَّلَ بَیْتٍ وُّضِعَ لِلنَّاسِ لَلَّذِیْ بِبَكَّةَ مُبٰرَكًا وَّهُدًی لِّلْعٰلَمِیْنَ ۟ۚ
धरती पर सबसे प्रथम घर, जो सभी लोगों के लिए अल्लाह की उपासना के उद्देश्य से बनाया गया, वह अल्लाह का वही सम्मानित घर है, जो मक्का में है। वह बहुत से धार्मिक और सांसारिक लाभों वाला एक मुबारक (बरकत वाला) घर है। और उसमें समस्त संसार के लोगों के लिए मार्गदर्शन है।
Os Tafssir em língua árabe:
Das notas do versículo nesta página:
• كَذِبُ اليهود على الله تعالى وأنبيائه، ومن كذبهم زعمهم أن تحريم يعقوب عليه السلام لبعض الأطعمة نزلت به التوراة.
• यहूदियों का अल्लाह और उसके नबियों पर झूठ मढ़ना। उनका एक झूठ उनका यह दावा था कि याक़ूब अलैहिस्सलाम ने जिन खाद्य पदार्थों को हराम ठहरा लिया था, वे तौरात में अवतिरत हुए थे।

• أعظم أماكن العبادة وأشرفها البيت الحرام، فهو أول بيت وضع لعبادة الله، وفيه من الخصائص ما ليس في سواه.
• इबादत का सबसे महान एवं सबसे प्रतिष्ठित स्थान अल्लाह का पवित्र घर काबा शरीफ है। यह अल्लाह की इबादत के लिए बनाया जानेवाला प्रथम घर है। इसकी कुछ ऐसी विशिष्टताएँ हैं जो इसके अलावा में नहीं हैं।

• ذَكَرَ الله وجوب الحج بأوكد ألفاظ الوجوب تأكيدًا لوجوبه.
• अल्लाह ने हज्ज की अनिवार्यता का उल्लेख, अनिवार्यता को बताने वाले अत्यंत पुष्टिकारक शब्दों के साथ उसकी अनिवार्यता की पुष्टि करने के लिए किया है।

 
Tradução dos significados Versículo: (96) Surah: Suratu Ãli-Imran
Índice de capítulos Número de página
 
Tradução dos significados do Nobre Qur’an. - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - Índice de tradução

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

Fechar