Tradução dos significados do Nobre Qur’an. - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Índice de tradução


Tradução dos significados Versículo: (5) Surah: Suratu Al-Lail
فَاَمَّا مَنْ اَعْطٰی وَاتَّقٰی ۟ۙ
फिर जिसने उस चीज़ को दिया, जिसे देने के लिए वह बाध्य है; जैसे ज़कात, गुज़ारा-भत्ता और कफ़्फ़ारा आदि, और उससे बचा, जिससे अल्लाह ने मना किया है।
Os Tafssir em língua árabe:
Das notas do versículo nesta página:
• أهمية تزكية النفس وتطهيرها.
• आत्म शुद्धिकरण का महत्व।

• المتعاونون على المعصية شركاء في الإثم.
• पाप में सहयोग करने वाले पाप में भागीदार होते हैं।

• الذنوب سبب للعقوبات الدنيوية.
• पाप, सांसारिक दंडों का कारण है।

• كلٌّ ميسر لما خلق له فمنهم مطيع ومنهم عاصٍ.
• हर व्यक्ति के लिए वह काम आसान कर दिया जाता है, जिसके लिए उसे पैदा किया गया है। अतः उनमें से कुछ आज्ञाकारी हैं और उनमें से कुछ अवज्ञाकारी हैं।

 
Tradução dos significados Versículo: (5) Surah: Suratu Al-Lail
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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