Ibisobanuro bya qoran ntagatifu - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Ishakiro ry'ibisobanuro


Ibisobanuro by'amagambo Umurongo: (19) Isura: Al Hajj (Umutambagiro)
هٰذٰنِ خَصْمٰنِ اخْتَصَمُوْا فِیْ رَبِّهِمْ ؗ— فَالَّذِیْنَ كَفَرُوْا قُطِّعَتْ لَهُمْ ثِیَابٌ مِّنْ نَّارٍ ؕ— یُصَبُّ مِنْ فَوْقِ رُءُوْسِهِمُ الْحَمِیْمُ ۟ۚ
ये दो समूह हैं, जो अपने पालनहार के बारे में इस बात पर झगड़ने वाले हैं कि उनमें से कौन सत्य पर है : एक समूह ईमान वालों का और एक समूह काफ़िरों का है। काफ़िरों के समूह को आग उसी तरह घेर लेगी, जिस तरह वस्त्र, उसके पहनने वाले को घेर लेता है, और उनके सिरों पर अत्यंत गर्म पानी उंडेला जाएगा।
Ibisobanuro by'icyarabu:
Inyungu dukura muri ayat kuri Uru rupapuro:
• الهداية بيد الله يمنحها من يشاء من عباده.
• मार्गदर्शन अल्लाह के हाथ में है, जिसे वह अपने बंदों में से जिसे चाहता है, प्रदान करता है।

• رقابة الله على كل شيء من أعمال عباده وأحوالهم.
• अल्लाह अपने बंदों के कार्यों और उनकी स्थितियों में से हर चीज़ पर नज़र रखे हुए है।

• خضوع جميع المخلوقات لله قدرًا، وخضوع المؤمنين له طاعة.
• सभी सृष्टि अल्लाह की तक़दीर के अनुसार उसके अधीन हैं और ईमान वाले आज्ञाकारिता के तौर पर उसके अधीन हैं।

• العذاب نازل بأهل الكفر والعصيان، والرحمة ثابتة لأهل الإيمان والطاعة.
• काफ़िरों और अवज्ञाकारियों पर अज़ाब उतरता है, जबकि ईमान तथा आज्ञाकारिता वालों के लिए दया साबित है।

 
Ibisobanuro by'amagambo Umurongo: (19) Isura: Al Hajj (Umutambagiro)
Urutonde rw'amasura numero y'urupapuro
 
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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