Përkthimi i kuptimeve të Kuranit Fisnik - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Përmbajtja e përkthimeve


Përkthimi i kuptimeve Ajeti: (77) Surja: Suretu Junus
قَالَ مُوْسٰۤی اَتَقُوْلُوْنَ لِلْحَقِّ لَمَّا جَآءَكُمْ ؕ— اَسِحْرٌ هٰذَا ؕ— وَلَا یُفْلِحُ السّٰحِرُوْنَ ۟
मूसा अलैहिस्सलाम ने उनकी निंदा करते हुए कहा : क्या तुम सत्य के बारे में, जबकि वह तुम्हारे पास आ गया है, ऐसा कहते हो कि वह जादू है?! कदापि नहीं, वह जादू नहीं है। निश्चय मैं जानता हूँ कि जादूगर कभी सफल नहीं होता। फिर मैं इसका उपयोग कैसे कर सकता हूँ?!
Tefsiret në gjuhën arabe:
Dobitë e ajeteve të kësaj faqeje:
• سلاح المؤمن في مواجهة أعدائه هو التوكل على الله.
• अपने शत्रुओं का सामना करते समय मोमिन का हथियार अल्लाह पर भरोसा करना है।

• الإصرار على الكفر والتكذيب بالرسل يوجب الختم على القلوب فلا تؤمن أبدًا.
• कुफ़्र और रसूलों को झुठलाने पर अड़े रहना दिलों पर मुहर लगने का कारण है। इसलिए ऐसे लोग कभी ईमान नहीं लाएँगे।

• حال أعداء الرسل واحد، فهم دائما يصفون الهدى بالسحر أو الكذب.
• रसूलों के दुश्मनों की स्थिति एक जैसी होती है, वे मार्गदर्शन को हमेशा जादू या झूठ बताते हैं।

• إن الساحر لا يفلح أبدًا.
• जादूगर कभी सफल नहीं होता।

 
Përkthimi i kuptimeve Ajeti: (77) Surja: Suretu Junus
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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