Përkthimi i kuptimeve të Kuranit Fisnik - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Përmbajtja e përkthimeve


Përkthimi i kuptimeve Ajeti: (23) Surja: Suretu Hud
اِنَّ الَّذِیْنَ اٰمَنُوْا وَعَمِلُوا الصّٰلِحٰتِ وَاَخْبَتُوْۤا اِلٰی رَبِّهِمْ ۙ— اُولٰٓىِٕكَ اَصْحٰبُ الْجَنَّةِ ۚ— هُمْ فِیْهَا خٰلِدُوْنَ ۟
निःसंदेह जो लोग अल्लाह और उसके रसूल पर ईमान लाए और अच्छे कार्य किए, तथा अल्लाह के प्रति विनम्र और विनीत हो गए, वही लोग जन्नत वाले हैं, जिसमें वे सदैव रहेंगे।
Tefsiret në gjuhën arabe:
Dobitë e ajeteve të kësaj faqeje:
• الكافر لا ينتفع بسمعه وبصره انتفاعًا يقود للإيمان، فهما كالمُنْتَفِيَين عنه بخلاف المؤمن.
• काफ़िर अपने सुनने और देखने की शक्तियों से इस प्रकार लाभ नहीं उठाता जो उसे ईमान की ओर ले जाए। इसलिए वे दोनों शक्तियाँ ऐसी ही हैं जैसे उसके पास हैं ही नहीं। जबकि मोमिन का मामला इसके विपरीत है।

• سُنَّة الله في أتباع الرسل أنهم الفقراء والضعفاء لخلوِّهم من الكِبْر، وخُصُومهم الأشراف والرؤساء.
• रसूलों के अनुयायियों के बारे में अल्लाह का नियम यह रहा है कि वे ग़रीब और कमज़ोर होते हैं, क्योंकि वे अहंकार से मुक्त होते हैं। जबकि उनके विरोधी गणमान्य एवं प्रमुख लोग होते हैं।

• تكبُّر الأشراف والرؤساء واحتقارهم لمن دونهم في غالب الأحيان.
• अधिकांश मामलों में गणमान्य एवं प्रमुख लोगों का अभिमान और अपने से कमतर लोगों के लिए उनकी अवमानना।

 
Përkthimi i kuptimeve Ajeti: (23) Surja: Suretu Hud
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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