அல்குர்ஆன் மொழிபெயர்ப்பு - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - மொழிபெயர்ப்பு அட்டவணை


மொழிபெயர்ப்பு வசனம்: (6) அத்தியாயம்: ஸூரா அல்ஹஜ்
ذٰلِكَ بِاَنَّ اللّٰهَ هُوَ الْحَقُّ وَاَنَّهٗ یُحْیِ الْمَوْتٰی وَاَنَّهٗ عَلٰی كُلِّ شَیْءٍ قَدِیْرٌ ۟ۙ
यह सब जो हमने तुम्हारे लिए उल्लेख किया है (जैसे तुम्हारी रचना की शुरुआत और उसके चरण और उन लोगों की स्थितियाँ जो तुममें से पैदा होते हैं) इस उद्देश्य के लिए है कि तुम इस बात पर ईमान लाओ कि वह अल्लाह जिसने तुम्हें पैदा किया, वही सत्य है, जिसमें कोई संदेह नहीं है, जबकि तुम्हारी उन मूर्तियों का मामला इसके विपरीत है जिनकी तुम पूजा करते हो। और एक उद्देश्य यह भी है कि तुम यह विश्वास रखो कि अल्लाह ही मरे हुए लोगों को जीवित करेगा और यह कि वह हर चीज़ का सामर्थ्य रखता है, उसे कोई चीज़ विवश नहीं कर सकती।
அரபு விரிவுரைகள்:
இப்பக்கத்தின் வசனங்களிலுள்ள பயன்கள்:
• أسباب الهداية إما علم يوصل به إلى الحق، أو هادٍ يدلهم إليه، أو كتاب يوثق به يهديهم إليه.
• हिदायत के कारण : या तो सत्य तक पहुँचाने वाला ज्ञान है, या एक मार्गदर्शक है जो सत्य की ओर उनका मार्गदर्शन करता है, या सत्य की ओर मार्गदर्शन करने वाली कोई विश्वसनीय पुस्तक है।

• الكبر خُلُق يمنع من التوفيق للحق.
• घमंड एक ऐसी आदत है जो सत्य की तौफ़ीक़ से रोक देती है।

• من عدل الله أنه لا يعاقب إلا على ذنب.
• यह अल्लाह का न्याय है कि वह केवल पाप के लिए दंडित करता है।

• الله ناصرٌ نبيَّه ودينه ولو كره الكافرون.
• अल्लाह अपने नबी और अपने धर्म की मदद करने वाला है, भले ही काफ़िरों को बुरा लगे।

 
மொழிபெயர்ப்பு வசனம்: (6) அத்தியாயம்: ஸூரா அல்ஹஜ்
அத்தியாயங்களின் அட்டவணை பக்க எண்
 
அல்குர்ஆன் மொழிபெயர்ப்பு - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - மொழிபெயர்ப்பு அட்டவணை

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

மூடுக