அல்குர்ஆன் மொழிபெயர்ப்பு - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - மொழிபெயர்ப்பு அட்டவணை


மொழிபெயர்ப்பு வசனம்: (43) அத்தியாயம்: ஸூரா ஸபஉ
وَاِذَا تُتْلٰی عَلَیْهِمْ اٰیٰتُنَا بَیِّنٰتٍ قَالُوْا مَا هٰذَاۤ اِلَّا رَجُلٌ یُّرِیْدُ اَنْ یَّصُدَّكُمْ عَمَّا كَانَ یَعْبُدُ اٰبَآؤُكُمْ ۚ— وَقَالُوْا مَا هٰذَاۤ اِلَّاۤ اِفْكٌ مُّفْتَرًی ؕ— وَقَالَ الَّذِیْنَ كَفَرُوْا لِلْحَقِّ لَمَّا جَآءَهُمْ ۙ— اِنْ هٰذَاۤ اِلَّا سِحْرٌ مُّبِیْنٌ ۟
और जब इन झुठलाने वाले बहुदेववादियों के सामने, हमारे रसूल पर उतरने वाली स्पष्ट आयतें पढ़ी जाती हैं, जिनमें कोई अस्पष्टता नहीं होती है, तो वे कहते हैं : यह व्यक्ति जो इसे लेकर आया है, एक ऐसा व्यक्ति है जो तुम्हें केवल तुम्हारे बाप-दादा के धर्म से हटाना चाहता है। उन्होंने यह भी कहा : यह क़ुरआन मात्र एक झूठ है, जो इसने अल्लाह पर मढ़ दिया है। तथा काफिरों के पास जब अल्लाह के पास से क़ुरआन आया, तो उन्होंने उसके बारे में कहा : यह तो स्पष्ट जादू है; क्योंकि यह पति-पत्नि और बाप-बेटे के बीच जुदाई डाल देता है।
அரபு விரிவுரைகள்:
இப்பக்கத்தின் வசனங்களிலுள்ள பயன்கள்:
• التقليد الأعمى للآباء صارف عن الهداية.
• बाप-दादा का अंध अनुकरण आदमी को मार्गदर्शन से विचलित कर देता है।

• التفكُّر مع التجرد من الهوى وسيلة للوصول إلى القرار الصحيح، والفكر الصائب.
• इच्छा से मुक्त होकर विचार करना, सही निर्णय और सही विचार तक पहुँचने का एक साधन है।

• الداعية إلى الله لا ينتظر الأجر من الناس، وإنما ينتظره من رب الناس.
• अल्लाह की ओर बुलाने वाला व्यक्ति लोगों से इनाम (बदले) की प्रतीक्षा नहीं करता है, बल्कि वह लोगों के पालनहार से उसकी प्रतीक्षा करता है।

 
மொழிபெயர்ப்பு வசனம்: (43) அத்தியாயம்: ஸூரா ஸபஉ
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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