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மொழிபெயர்ப்பு வசனம்: (1) அத்தியாயம்: ஸூரா அத்தவ்பா

सूरा अत्-तौबा

சூராவின் இலக்குகளில் சில:
البراءة من المشركين والمنافقين وجهادهم، وفتح باب التوبة للتائبين.
मुश्रिकों (बहुदेववादियों) और मुनाफ़िक़ों (पाखंडियों) से बरी होना और उनसे जिहाद करना, तथा तौबा करने वालों के लिए तौबा का द्वार खोलना।

بَرَآءَةٌ مِّنَ اللّٰهِ وَرَسُوْلِهٖۤ اِلَی الَّذِیْنَ عٰهَدْتُّمْ مِّنَ الْمُشْرِكِیْنَ ۟ؕ
यह अल्लाह तथा उसके रसूल की ओर से ज़िम्मेदारी से बरी होने, तथा उन संधियों के अंत की घोषणा है, जो (ऐ मुसलमानो!) तुमने अरब प्रायद्वीप में बहुदेववादियों के साथ की थी।
அரபு விரிவுரைகள்:
இப்பக்கத்தின் வசனங்களிலுள்ள பயன்கள்:
• في الآيات دليل واضح على حرص الإسلام على تسوية العلاقات الخارجية مع الأعداء على أساس من السّلم والأمن والتّفاهم.
• इन आयतों में शांति, सुरक्षा और आपसी समझौते के आधार पर दुश्मनों के साथ विदेशी संबंधों को स्थापित करने के लिए इस्लाम की उत्सुकता का स्पष्ट प्रमाण है।

• الإسلام يُقَدِّر العهود، ويوجب الوفاء بها، ويجعل حفظها نابعًا من الإيمان، وملازمًا لتقوى الله تعالى.
• इस्लाम अनुबंधों को महत्व देता है, उन्हें पूरा करने के लिए बाध्य करता है और उनके संरक्षण को ईमान से उत्पन्न तथा अविभाज्य रूप से अल्लाह के भय से संबंधित करता है।

• أَنَّ إقامة الصّلاة وإيتاء الزّكاة دليل على الإسلام، وأنهما يعصمان الدّم والمال، ويوجبان لمن يؤدّيهما حقوق المسلمين من حفظ دمه وماله إلا بحق الإسلام؛ كارتكاب ما يوجب القتل من قتل النفس البريئة، وزنى الزّاني المُحْصَن، والرّدّة إلى الكفر بعد الإيمان.
• नमाज़ क़ायम करना और ज़कात देना इस्लाम का प्रमाण है, ये दोनों चीज़ें रक्त एवं धन को सुरक्षा प्रदान करती हैं तथा जो व्यक्ति इन दोनों का पालन करे, उसके लिए मुसलमानों के अधिकार अनिवार्य कर देती हैं, जैसै कि उसके रक्त एवं धन की रक्षा, सिवाय इस्लाम के अधिकार के; जैसे कोई ऐसा कार्य करना, जो क़त्ल को अनिवार्य कर देता है, जैसे कि किसी निर्दोष की हत्या करना, एक विवाहित व्यभिचारी का व्यभिचार करना और ईमान लाने के बाद कुफ़्र की ओर पलट जाना।

• مشروعيّة الأمان؛ أي: جواز تأمين الحربي إذا طلبه من المسلمين؛ ليسمع ما يدلّ على صحّة الإسلام، وفي هذا سماحة وتكريم في معاملة الكفار، ودليل على إيثار السِّلم.
• अमान देने की वैधता : अर्थात हरबी काफिर को सुरक्षा प्रदान करने की अनुमति अगर वह मुसलमानों से इसका अनुरोध करे; ताकि वह इस्लाम की सत्यता को दर्शाने वाले प्रमाण सुन सके। इसमें काफ़िरों के साथ व्यवहार करने में सहिष्णुता और सम्मान है, और शांति को प्राथमिकता देने का प्रमाण है।

 
மொழிபெயர்ப்பு வசனம்: (1) அத்தியாயம்: ஸூரா அத்தவ்பா
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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