పవిత్ర ఖురాన్ యొక్క భావార్థాల అనువాదం - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - అనువాదాల విషయసూచిక


భావార్ధాల అనువాదం వచనం: (54) సూరహ్: సూరహ్ అల్-ఫుర్ఖాన్
وَهُوَ الَّذِیْ خَلَقَ مِنَ الْمَآءِ بَشَرًا فَجَعَلَهٗ نَسَبًا وَّصِهْرًا ؕ— وَكَانَ رَبُّكَ قَدِیْرًا ۟
वही है, जिसने पुरुष एवं स्त्री के वीर्य से मनुष्य को पैदा किया। तथा जिसने मनुष्यों को पैदा किया, उसने उनके बीच वंशगत रिश्ता तथा ससुराली रिश्ता बनाया। और (ऐ रसूल!) आपका पालनहार सर्वशक्तिमान है, उसे कोई चीज़ विवश नहीं कर सकती। उसकी शक्ति का एक प्रतीक यह है कि उसने पुरुष एवं स्त्री के वीर्य से मनुष्य को पैदा किया।
అరబీ భాషలోని ఖుర్ఆన్ వ్యాఖ్యానాలు:
ఈ పేజీలోని వచనాల ద్వారా లభించే ప్రయోజనాలు:
• انحطاط الكافر إلى مستوى دون مستوى الحيوان بسبب كفره بالله.
• काफ़िर अपने कुफ़्र (अल्लाह में अविश्वास) के कारण जानवर के स्तर से नीचे के स्तर तक गिर जाता है।

• ظاهرة الظل آية من آيات الله الدالة على قدرته.
• 'छाया' अल्लाह की शक्ति को दर्शाने वाली निशानियों में से एक है।

• تنويع الحجج والبراهين أسلوب تربوي ناجح.
•अलग-अलग प्रकार के तर्क एवं प्रमाण प्रस्तुत करना, एक सफल प्रशिक्षणिक पद्धति है।

• الدعوة بالقرآن من صور الجهاد في سبيل الله.
• क़ुरआन द्वारा लोगों को अल्लाह की ओर बुलाना, अल्लाह के मार्ग में जिहाद करने का एक रूप है।

 
భావార్ధాల అనువాదం వచనం: (54) సూరహ్: సూరహ్ అల్-ఫుర్ఖాన్
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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