పవిత్ర ఖురాన్ యొక్క భావార్థాల అనువాదం - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - అనువాదాల విషయసూచిక


భావార్ధాల అనువాదం వచనం: (13) సూరహ్: సూరహ్ అల్-అహ్ఖాఫ్
اِنَّ الَّذِیْنَ قَالُوْا رَبُّنَا اللّٰهُ ثُمَّ اسْتَقَامُوْا فَلَا خَوْفٌ عَلَیْهِمْ وَلَا هُمْ یَحْزَنُوْنَ ۟ۚ
निःसंदेह जिन लोगों ने कहा : हमारा रब अल्लाह है, उसके सिवा हमारा कोई रब नहीं, फिर वे ईमान और अच्छे कर्म पर जमे रहे, तो वे आख़िरत में जिस चीज़ का सामना करेंगे उसके बारे में उन्हें कोई भय न होगा, और न ही उन्हें उसपर कोई शोक होगा, जो दुनिया के सुखों में से उनसे छूट गया है या जो उन्होंने अपने पीछे छोड़ा है।
అరబీ భాషలోని ఖుర్ఆన్ వ్యాఖ్యానాలు:
ఈ పేజీలోని వచనాల ద్వారా లభించే ప్రయోజనాలు:
• كل من عُبِد من دون الله ينكر على من عبده من الكافرين.
• जिसकी भी अल्लाह के सिवा पूजा की जाती है, वह उसको नकार देगा जिसने उसकी पूजा की है।

• عدم معرفة النبي صلى الله عليه وسلم بالغيب إلا ما أطلعه الله عليه منه.
• नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ग़ैब की बातें नहीं जानते थे, सिवाय उसके जिसके बारे में अल्लाह ने आपको बताया हो।

• وجود ما يثبت نبوّة نبينا صلى الله عليه وسلم في الكتب السابقة.
• पिछली किताबों में हमारे पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की नुबुव्वत को साबित करने वाले प्रमाणों का अस्तित्व।

• بيان فضل الاستقامة وجزاء أصحابها.
• इस्लाम पर सुदृढ़ रहने की श्रेष्ठता और ऐसे लोगों के प्रतिफल का वर्णन।

 
భావార్ధాల అనువాదం వచనం: (13) సూరహ్: సూరహ్ అల్-అహ్ఖాఫ్
సూరాల విషయసూచిక పేజీ నెంబరు
 
పవిత్ర ఖురాన్ యొక్క భావార్థాల అనువాదం - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - అనువాదాల విషయసూచిక

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

మూసివేయటం