పవిత్ర ఖురాన్ యొక్క భావార్థాల అనువాదం - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - అనువాదాల విషయసూచిక


భావార్ధాల అనువాదం వచనం: (16) సూరహ్: సూరహ్ అన్-నబఅ
وَّجَنّٰتٍ اَلْفَافًا ۟ؕ
और उसके द्वारा ऐसे बाग़ उगाएँ, जो अपने पेड़ों की शाखाओं के आपस में गुथे होने के कारण गुंजान और घने हैं।
అరబీ భాషలోని ఖుర్ఆన్ వ్యాఖ్యానాలు:
ఈ పేజీలోని వచనాల ద్వారా లభించే ప్రయోజనాలు:
• إحكام الله للخلق دلالة على قدرته على إعادته.
• सृष्टि की रचना में अल्लाह की प्रवीणता और निपुणता, उसे पुनर्स्थापित करने की उसकी क्षमता को दर्शाता है।

• الطغيان سبب دخول النار.
• सरकशी जहन्नम में प्रवेश करने का कारण है।

• مضاعفة العذاب على الكفار.
• काफ़िरों की यातना को कई गुना बढ़ा दिया जाएगा।

 
భావార్ధాల అనువాదం వచనం: (16) సూరహ్: సూరహ్ అన్-నబఅ
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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