పవిత్ర ఖురాన్ యొక్క భావార్థాల అనువాదం - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - అనువాదాల విషయసూచిక


భావార్ధాల అనువాదం వచనం: (14) సూరహ్: సూరహ్ అల్-ఇంషిఖాఖ్
اِنَّهٗ ظَنَّ اَنْ لَّنْ یَّحُوْرَ ۟ۚۛ
उसने सोचा था कि वह अपनी मृत्यु के बाद जीवन में वापस नहीं आएगा।
అరబీ భాషలోని ఖుర్ఆన్ వ్యాఖ్యానాలు:
ఈ పేజీలోని వచనాల ద్వారా లభించే ప్రయోజనాలు:
• خضوع السماء والأرض لربهما.
• आकाश और धरती अपने रब के अधीन हैं।

• كل إنسان ساعٍ إما لخير وإما لشرّ.
• हर इनसान अच्छाई या बुराई में प्रयासरत है।

• علامة السعادة يوم القيامة أخذ الكتاب باليمين، وعلامة الشقاء أخذه بالشمال.
• क़ियामत के दिन सौभाग्य की निशानी आमाल नामा को दाहिने हाथ से लेना और दुर्भाग्य की निशानी आमाला नामा को बाएँ हाथ से लेना है।

 
భావార్ధాల అనువాదం వచనం: (14) సూరహ్: సూరహ్ అల్-ఇంషిఖాఖ్
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