పవిత్ర ఖురాన్ యొక్క భావార్థాల అనువాదం - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - అనువాదాల విషయసూచిక


భావార్ధాల అనువాదం వచనం: (28) సూరహ్: సూరహ్ అల్-ఫజ్ర్
ارْجِعِیْۤ اِلٰی رَبِّكِ رَاضِیَةً مَّرْضِیَّةً ۟ۚ
अपने पालनहार की ओर लौट चल, इस हाल में कि तू भरपूर बदला पाकर उससे संतुष्ट है, और अपने अच्छे कार्यों के कारण उसके निकट पसंदीदा (संतोषजनक) है।
అరబీ భాషలోని ఖుర్ఆన్ వ్యాఖ్యానాలు:
ఈ పేజీలోని వచనాల ద్వారా లభించే ప్రయోజనాలు:
• عتق الرقاب، وإطعام المحتاجين في وقت الشدة، والإيمان بالله، والتواصي بالصبر والرحمة: من أسباب دخول الجنة.
• गर्दन छुड़ाना, संकट के समय में ज़रूरतमंदों को भोजन कराना, अल्लाह पर ईमान रखना और एक-दूसरे को सब्र तथा दया की सलाह देना : जन्नत में प्रवेश करने के कारणों में से हैं।

• من دلائل النبوة إخباره أن مكة ستكون حلالًا له ساعة من نهار.
• आपकी नुबुव्वत की निशानियों में से एक आपका यह ख़बर देना था कि मक्का दिन की एक घड़ी के लिए आपके लिए हलाल कर दिया जाएगा।

• لما ضيق الله طرق الرق وسع طرق العتق، فجعل الإعتاق من القربات والكفارات.
• जब अल्लाह ने दासता के रास्तों को संकुचित कर दिया, तो उसने दास-मुक्ति के रास्तों को विस्तृत कर दिया। चुनाँचे गुलाम आज़ाद करने को निकटता के कामों और कफ़्फ़ारों में से बना दिया।

 
భావార్ధాల అనువాదం వచనం: (28) సూరహ్: సూరహ్ అల్-ఫజ్ర్
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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