قرآن کریم کے معانی کا ترجمہ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ترجمے کی لسٹ


معانی کا ترجمہ آیت: (160) سورت: سورۂ بقرہ
اِلَّا الَّذِیْنَ تَابُوْا وَاَصْلَحُوْا وَبَیَّنُوْا فَاُولٰٓىِٕكَ اَتُوْبُ عَلَیْهِمْ ۚ— وَاَنَا التَّوَّابُ الرَّحِیْمُ ۟
परंतु जो लोग उन स्पष्ट निशानियों को छिपाने पर पछतावा करते हुए अल्लाह की ओर लौट आए, तथा अपने बाहरी और आंतरिक कार्यों को सुधार लिया और उन्होंने जो सच्चाई और मार्गदर्शन छुपाया था, उन्हें स्पष्ट कर दिया; तो ऐसे लोगों की मैं अपनी आज्ञाकारिता की ओर वापसी को स्वीकार करता हूँ, और मैं तौबा करने वाले बंदों की तौबा क़बूल करने वाला, उनपर दया करने वाला हूँ।
عربی تفاسیر:
حالیہ صفحہ میں آیات کے فوائد:
• الابتلاء سُنَّة الله تعالى في عباده، وقد وعد الصابرين على ذلك بأعظم الجزاء وأكرم المنازل.
• आज़माइश अल्लाह की उसके बंदों के बारे में हमेशा की नीति रही है। तथा उसने उसपर धैर्य रखने वालों से सबसे बड़े बदले और सबसे सम्मानजनक घरों का वादा किया है।

• مشروعية السعي بين الصفا والمروة لمن حج البيت أو اعتمر.
• खाना काबा का हज्ज अथवा उम्रा करने वाले के लिए सफ़ा और मरवा के बीच दौड़ने की वैधता।

• من أعظم الآثام وأشدها عقوبة كتمان الحق الذي أنزله الله، والتلبيس على الناس، وإضلالهم عن الهدى الذي جاءت به الرسل.
• सबसे बड़ा और सबसे गंभीर दंड वाला पाप अल्लाह के उतारे हुए सत्य को छिपाना, लोगों को धोखे में रखना (भ्रमित करना) और उन्हें उस मार्गदर्शन से भटकाना है जो रसूल लाए थे।

 
معانی کا ترجمہ آیت: (160) سورت: سورۂ بقرہ
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