قرآن کریم کے معانی کا ترجمہ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ترجمے کی لسٹ


معانی کا ترجمہ آیت: (51) سورت: سورۂ نور
اِنَّمَا كَانَ قَوْلَ الْمُؤْمِنِیْنَ اِذَا دُعُوْۤا اِلَی اللّٰهِ وَرَسُوْلِهٖ لِیَحْكُمَ بَیْنَهُمْ اَنْ یَّقُوْلُوْا سَمِعْنَا وَاَطَعْنَا ؕ— وَاُولٰٓىِٕكَ هُمُ الْمُفْلِحُوْنَ ۟
ईमान वालों की बात, जब वे अल्लाह की ओर और रसूल की ओर बुलाए जाएँ, ताकि वह उनके बीच निर्णय करें, केवल यह होती है कि वे कहते हैं : हमने उनकी बात सुनी और उनके आदेश का पालन किया। तथा इन गुणों से विशेषित लोग ही दुनिया और आख़िरत में सफल होने वाले हैं।
عربی تفاسیر:
حالیہ صفحہ میں آیات کے فوائد:
• تنوّع المخلوقات دليل على قدرة الله.
• प्राणियों की विविधता अल्लाह की शक्ति का प्रमाण है।

• من صفات المنافقين الإعراض عن حكم الله إلا إن كان الحكم في صالحهم، ومن صفاتهم مرض القلب والشك، وسوء الظن بالله.
• मुनाफ़िक़ों की एक विशेषता अल्लाह के फ़ैसले से कतराना है जब तक कि फ़ैसला उनके पक्ष में न हो। इसी प्रकार उनकी विशेषताओं में दिल की बीमारी, संदेह की बीमारी तथा अल्लाह के प्रति दुर्भावना शामिल हैं।

• طاعة الله ورسوله والخوف من الله من أسباب الفوز في الدارين.
• अल्लाह तथा उसके रसूल का आज्ञापालन और अल्लाह का भय, दुनिया और आख़िरत दोनों जगहों में सफलता के कारणों में से हैं।

• الحلف على الكذب سلوك معروف عند المنافقين.
• झूठ पर क़सम खाना मुनाफ़िक़ों का एक सर्वज्ञात व्यवहार है।

 
معانی کا ترجمہ آیت: (51) سورت: سورۂ نور
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