قرآن کریم کے معانی کا ترجمہ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ترجمے کی لسٹ


معانی کا ترجمہ آیت: (82) سورت: سورۂ آل عمران
فَمَنْ تَوَلّٰی بَعْدَ ذٰلِكَ فَاُولٰٓىِٕكَ هُمُ الْفٰسِقُوْنَ ۟
फिर जो इस वचन के बाद जिसकी अल्लाह और उसके रसूल की गवाही द्वारा पुष्टि की गई है, मुकर जाए; तो ऐसे ही लोग अल्लाह के धर्म और उसकी आज्ञाकारिता से निकल जाने वाले हैं।
عربی تفاسیر:
حالیہ صفحہ میں آیات کے فوائد:
• ضلال علماء اليهود ومكرهم في تحريفهم كلام الله، وكذبهم على الناس بنسبة تحريفهم إليه تعالى.
• यहूदी विद्वानों की गुमराही और अल्लाह के वचन को विकृत करने में उनका छल, तथा अपनी विकृति की निस्बत अल्लाह की ओर करके लोगों से झूठ बोलना।

• كل من يدعي أنه على دين نبي من أنبياء الله إذا لم يؤمن بمحمد عليه الصلاة والسلام فهو ناقض لعهده مع الله تعالى.
• जो भी व्यक्ति यह दावा करता है कि वह अल्लाह के नबियों में से किसी नबी के धर्म पर है, यदि वह मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम पर ईमान नहीं लाता है, तो वह सर्वशक्तिमान अल्लाह के साथ अपने वचन को तोड़ने वाला है।

• أعظم الناس منزلةً العلماءُ الربانيون الذين يجمعون بين العلم والعمل، ويربُّون الناس على ذلك.
• लोगों में सबसे महान पद वाले, रब्बानी (अल्लाह वाले) उलमा (विद्वान) हैं, जो ज्ञान रखने के साथ उसके अनुसार कार्य (अमल) करते हैं, और उसी के अनुसार लोगों को शिक्षित करते हैं।

• أعظم الضلال الإعراض عن دين الله تعالى الذي استسلم له سبحانه الخلائق كلهم بَرُّهم وفاجرهم.
• सबसे बड़ी गुमराही उस अल्लाह के धर्म से मुँह फेरना है, जिसके आगे अच्छे और बुरे सभी प्राणी नतमस्तक है।

 
معانی کا ترجمہ آیت: (82) سورت: سورۂ آل عمران
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