قرآن کریم کے معانی کا ترجمہ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ترجمے کی لسٹ


معانی کا ترجمہ آیت: (82) سورت: سورۂ مائدہ
لَتَجِدَنَّ اَشَدَّ النَّاسِ عَدَاوَةً لِّلَّذِیْنَ اٰمَنُوا الْیَهُوْدَ وَالَّذِیْنَ اَشْرَكُوْا ۚ— وَلَتَجِدَنَّ اَقْرَبَهُمْ مَّوَدَّةً لِّلَّذِیْنَ اٰمَنُوا الَّذِیْنَ قَالُوْۤا اِنَّا نَصٰرٰی ؕ— ذٰلِكَ بِاَنَّ مِنْهُمْ قِسِّیْسِیْنَ وَرُهْبَانًا وَّاَنَّهُمْ لَا یَسْتَكْبِرُوْنَ ۟
(ऐ रसूल!) आप उन लोगों के लिए, जो आपपर और आपकी लाई हुई शरीयत पर ईमान लाने वाले हैं, सभी लोगों में सबसे बड़ी दुश्मनी रखने वाला यहूदियों को पाएँगे; क्योंकि उनके अंदर द्वेष, ईर्ष्या और अहंकार पाया जाता है, तथा मूर्तिपूजकों और अन्य शिर्क करने वालों को पाएँगे। तथा आप उन लोगों के लिए, जो आपपर और आपकी लाई हुई शरीयत पर ईमान लाने वाले हैं, उनमें से दोस्ती में सबसे निकट उन लोगों को पाएँगे, जो अपने बारे में कहते हैं कि : वे ईसाई हैं। ईमान वालों के साथ उनके स्नेह की निकटता का कारण यह है कि उनमें विद्वान हैं और उपासक हैं। और यह कि वे विनीत हैं, अभिमानी नहीं हैं, क्योंकि अभिमानी के हृदय में अच्छी बात प्रवेश नहीं करती।
عربی تفاسیر:
حالیہ صفحہ میں آیات کے فوائد:
• ترك الأمر بالمعروف والنهي عن المنكر موجب لِلَّعْنِ والطرد من رحمة الله تعالى.
• 'अच्छाई का आदेश देना और बुराई से रोकना' छोड़ देना, ला'नत तथा अल्लाह की दया से निष्कासन का कारण है।

• من علامات الإيمان: الحب في الله والبغض في الله.
• ईमान की निशानियों में से एक : 'अल्लाह ही के लिए प्रेम तथा अल्लाह ही के लिए घृणा' है।

• موالاة أعداء الله توجب غضب الله عز وجل على فاعلها.
• अल्लाह के दुश्मनों के प्रति वफ़ादारी, ऐसा करने वाले पर अल्लाह के प्रकोप का कारण है।

• شدة عداوة اليهود والمشركين لأهل الإسلام، وفي المقابل وجود طوائف من النصارى يدينون بالمودة للإسلام؛ لعلمهم أنه دين الحق.
• मुसलमानों के प्रति यहूदियों और बहुदेववादियों की सख़्त दुश्मनी, दूसरी ओर, ईसाइयों के कुछ ऐसे संप्रदाय हैं, जो इस्लाम के प्रति स्नेह अपना धर्म समझते हैं; क्योंकि वे जानते हैं कि यह सच्चा धर्म है।

 
معانی کا ترجمہ آیت: (82) سورت: سورۂ مائدہ
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