Қуръони Карим маъноларининг таржимаси - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Таржималар мундарижаси


Маънолар таржимаси Оят: (17) Сура: Юнус сураси
فَمَنْ اَظْلَمُ مِمَّنِ افْتَرٰی عَلَی اللّٰهِ كَذِبًا اَوْ كَذَّبَ بِاٰیٰتِهٖ ؕ— اِنَّهٗ لَا یُفْلِحُ الْمُجْرِمُوْنَ ۟
अतः उससे बढ़कर ज़ालिम कौन होगा जो अल्लाह पर झूठ गढ़े। फिर मेरे लिए यह कैसे संभव है कि मैं अल्लाह पर झूठ गढ़ते हुए क़ुरआन को बदल दूँ? बात यह है कि जो लोग अल्लाह पर झूठ गढ़कर उसकी सीमाओं का उल्लंघन करने वाले हैं, वे अपने उद्देश्य में सफल नहीं हो सकते।
Арабча тафсирлар:
Ушбу саҳифадаги оят фойдаларидан:
• عظم الافتراء على الله والكذب عليه وتحريف كلامه كما فعل اليهود بالتوراة.
• अल्लाह पर झूठा आरोप लगाना, उसपर झूठ बोलना तथा उसकी वाणी को विकृत करना, जैसा कि यहूदियों ने तौरात के साथ किया था, बहुत गंभीर है।

• النفع والضر بيد الله عز وجل وحده دون ما سواه.
• लाभ और हानि केवल अल्लाह के हाथ में है, किसी और के नहीं।

• بطلان قول المشركين بأن آلهتهم تشفع لهم عند الله.
• बहुदेववादियों के इस कथन की अमान्यता कि उनके पूज्य अल्लाह के निकट उनकी सिफ़ारिश करेंगे।

• اتباع الهوى والاختلاف على الدين هو سبب الفرقة.
• इच्छाओं के पीछे चलना और धर्म में विभेद करना विभाजन का कारण है।

 
Маънолар таржимаси Оят: (17) Сура: Юнус сураси
Суралар мундарижаси Бет рақами
 
Қуръони Карим маъноларининг таржимаси - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - Таржималар мундарижаси

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

Ёпиш