Қуръони Карим маъноларининг таржимаси - Маратийча таржима * - Таржималар мундарижаси


Маънолар таржимаси Оят: (18) Сура: Каҳф сураси
وَتَحْسَبُهُمْ اَیْقَاظًا وَّهُمْ رُقُوْدٌ ۖۗ— وَّنُقَلِّبُهُمْ ذَاتَ الْیَمِیْنِ وَذَاتَ الشِّمَالِ ۖۗ— وَكَلْبُهُمْ بَاسِطٌ ذِرَاعَیْهِ بِالْوَصِیْدِ ؕ— لَوِ اطَّلَعْتَ عَلَیْهِمْ لَوَلَّیْتَ مِنْهُمْ فِرَارًا وَّلَمُلِئْتَ مِنْهُمْ رُعْبًا ۟
१८. आणि तुम्ही विचार कराल की ते जागत आहेत वस्तुतः ते झोपत होते, आणि आम्ही स्वतः त्याची उजवी डावी कुशी बदलत राहिलो. त्यांचा कुत्रादेखील गुफेच्या तोंडाशी हात पसरलेल्या अवस्थेत होता. जर तुम्ही आत डोकावून पाहू इच्छिले असते तर नक्कीच उलट पावलांनी पळ काढला असता आणि त्यांच्या भय-दहशतीने तुम्ही भारुन गेले असते.
Арабча тафсирлар:
 
Маънолар таржимаси Оят: (18) Сура: Каҳф сураси
Суралар мундарижаси Бет рақами
 
Қуръони Карим маъноларининг таржимаси - Маратийча таржима - Таржималар мундарижаси

Маратийча таржима, таржимон: Муҳаммад Шафийъ Ансорий, Бирр жамияти нашри, Бомбай

Ёпиш