Қуръони Карим маъноларининг таржимаси - Маратийча таржима * - Таржималар мундарижаси


Маънолар таржимаси Оят: (97) Сура: Тоҳа сураси
قَالَ فَاذْهَبْ فَاِنَّ لَكَ فِی الْحَیٰوةِ اَنْ تَقُوْلَ لَا مِسَاسَ ۪— وَاِنَّ لَكَ مَوْعِدًا لَّنْ تُخْلَفَهٗ ۚ— وَانْظُرْ اِلٰۤی اِلٰهِكَ الَّذِیْ ظَلْتَ عَلَیْهِ عَاكِفًا ؕ— لَنُحَرِّقَنَّهٗ ثُمَّ لَنَنْسِفَنَّهٗ فِی الْیَمِّ نَسْفًا ۟
९७. सांगितले, ठीक आहे. जा, या जगाच्या जीवनात तुझी शिक्षा हीच की तू म्हणत राहावे, मला स्पर्श करू नका आणि एक दुसरा वायदाही तुझ्याशी आहे, जो तुझ्यावरून कधीही टाळणार नाही आणि आता तू आपल्या या दैवतालाही पाहा, ज्याचा तू पुजारी बनला होता, आम्ही त्याला जाळून टाकू, मग त्याला नदीत चूरेचूर उडवून देऊ.१
(१) तात्पर्य मूर्तीपूजेचे चिन्ह किंवा प्रतीक नष्ट करणे, त्याचे अस्तित्व नाहीसे करणे, मग ते कसेही असो, अवमान नाही. जसे अहले बिदअत, कबरींची पूजा करणारे आणि ताजिया वगैरेचे भक्त सांगतात. किंबहुना तौहीद (एकेश्वरवादा) चा हाच उद्देश आहे जसे की या घटनेत ‘असरिर्रसुली’ला पाहिले गेले नाही, ज्याद्वारे बाह्यतः अध्यात्मिक बरकतीचे अवलोकनही केले गेले, तरीही त्याची तमा बाळगली गेली नाही, कारण ते मूर्तीपूजेचे साधन बनले होते.
Арабча тафсирлар:
 
Маънолар таржимаси Оят: (97) Сура: Тоҳа сураси
Суралар мундарижаси Бет рақами
 
Қуръони Карим маъноларининг таржимаси - Маратийча таржима - Таржималар мундарижаси

Маратийча таржима, таржимон: Муҳаммад Шафийъ Ансорий, Бирр жамияти нашри, Бомбай

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