Қуръони Карим маъноларининг таржимаси - Маратийча таржима * - Таржималар мундарижаси


Маънолар таржимаси Оят: (40) Сура: Фурқон сураси
وَلَقَدْ اَتَوْا عَلَی الْقَرْیَةِ الَّتِیْۤ اُمْطِرَتْ مَطَرَ السَّوْءِ ؕ— اَفَلَمْ یَكُوْنُوْا یَرَوْنَهَا ۚ— بَلْ كَانُوْا لَا یَرْجُوْنَ نُشُوْرًا ۟
४०. आणि हे लोक त्या वस्तीजवळूनही ये-जा करतात, जिच्यावर मोठा वाईट प्रकारचा पाऊस पाडला गेला.१ काय हे तरीही ते पाहत नाहीत? खरी गोष्ट अशी की त्यांना मेल्यानंतर दुसऱ्यांदा जिवंत होऊन उभे राहण्यावर विश्वासच नाही.
(१) वस्तीशी अभिप्रेत लूत जनसमूहाच्या वस्त्या सदूम आणि अमूरा वगैरे अभिप्रेत आहेत आणि वाईट पावसाशी अभिप्रेत दगड धोंड्यांचा पाऊस होय. या वस्त्या पालथ्या पाडल्या गेल्या होत्या. त्यानंतर त्यांच्यावर दगडांचा पाऊस पाडला गेला. जसे सूरह हूद-८२ मध्ये सांगितले गेले आहे. या वस्त्या सीरिया आणि पॅलेस्टीनच्या मार्गात पडतात, ज्यांच्यावरून मक्कानिवासी ये-जा करीत असत.
Арабча тафсирлар:
 
Маънолар таржимаси Оят: (40) Сура: Фурқон сураси
Суралар мундарижаси Бет рақами
 
Қуръони Карим маъноларининг таржимаси - Маратийча таржима - Таржималар мундарижаси

Маратийча таржима, таржимон: Муҳаммад Шафийъ Ансорий, Бирр жамияти нашри, Бомбай

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