Қуръони Карим маъноларининг таржимаси - Маратийча таржима * - Таржималар мундарижаси


Маънолар таржимаси Оят: (199) Сура: Оли Имрон сураси
وَاِنَّ مِنْ اَهْلِ الْكِتٰبِ لَمَنْ یُّؤْمِنُ بِاللّٰهِ وَمَاۤ اُنْزِلَ اِلَیْكُمْ وَمَاۤ اُنْزِلَ اِلَیْهِمْ خٰشِعِیْنَ لِلّٰهِ ۙ— لَا یَشْتَرُوْنَ بِاٰیٰتِ اللّٰهِ ثَمَنًا قَلِیْلًا ؕ— اُولٰٓىِٕكَ لَهُمْ اَجْرُهُمْ عِنْدَ رَبِّهِمْ ؕ— اِنَّ اللّٰهَ سَرِیْعُ الْحِسَابِ ۟
१९९. आणि ग्रंथधारकांपैकी काही लोक अवश्य असे आहेत जे अल्लाहवर ईमान राखतात आणि जे तुमच्यावर उतरविले गेले आहे आणि जे त्यांच्याकडे उतरविले गेले आहे त्यावर ईमान राखतात. अल्लाहचे भय बाळगून राहतात, आणि अल्लाहच्या आयतींना थोडे थोडे मोल घेऊन विकत नाहीत१ त्यांचा मोबदला त्यांच्या पालनकर्त्याजवळ आहे. निःसंशय अल्लाह लवकरच हिशोब घेणार आहे.
(१) या आयतीत ग्रंथधारकांच्या त्या समूहाबाबत उल्लेख आहे, ज्यांना पैगंबर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम यांच्या प्रेषित्वावर ईमान राखण्याचे सद्‌भाग्य प्राप्त झाले. त्यांचे ईमान आणि ईमानाच्या गुणविशेषांचे वर्णन करून सर्वश्रेष्ठ अल्लाहने इतर ग्रंथधारकांपेक्षा त्यांना उत्तम ठरविले.
Арабча тафсирлар:
 
Маънолар таржимаси Оят: (199) Сура: Оли Имрон сураси
Суралар мундарижаси Бет рақами
 
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Маратийча таржима, таржимон: Муҳаммад Шафийъ Ансорий, Бирр жамияти нашри, Бомбай

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