Қуръони Карим маъноларининг таржимаси - Маратийча таржима * - Таржималар мундарижаси


Маънолар таржимаси Оят: (49) Сура: Зумар сураси
فَاِذَا مَسَّ الْاِنْسَانَ ضُرٌّ دَعَانَا ؗ— ثُمَّ اِذَا خَوَّلْنٰهُ نِعْمَةً مِّنَّا ۙ— قَالَ اِنَّمَاۤ اُوْتِیْتُهٗ عَلٰی عِلْمٍ ؕ— بَلْ هِیَ فِتْنَةٌ وَّلٰكِنَّ اَكْثَرَهُمْ لَا یَعْلَمُوْنَ ۟
४९. माणसाला जेव्हा एखादे दुःख यातना पोहोचते तेव्हा तो आम्हाला पुकारतो, मग जेव्हा आम्ही त्याला आपल्यातर्फे एखादे सुखप्रदान करतो, तेव्हा म्हणू लागतो की हे तर मला केवळ आपल्या अक्कल हुशारीमुळे प्रदान केले गेले आहे, किंबहुना ही कसोटी आहे, परंतु त्यांच्यापैकी बहुतेक लोक हे जाणत नाहीत.
Арабча тафсирлар:
 
Маънолар таржимаси Оят: (49) Сура: Зумар сураси
Суралар мундарижаси Бет рақами
 
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Маратийча таржима, таржимон: Муҳаммад Шафийъ Ансорий, Бирр жамияти нашри, Бомбай

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