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Қуръони Карим маъноларининг таржимаси - Маратийча таржима - Муҳаммад Шафий Ансорий * - Таржималар мундарижаси


Маънолар таржимаси Оят: (6) Сура: Тағобун
ذٰلِكَ بِاَنَّهٗ كَانَتْ تَّاْتِیْهِمْ رُسُلُهُمْ بِالْبَیِّنٰتِ فَقَالُوْۤا اَبَشَرٌ یَّهْدُوْنَنَا ؗ— فَكَفَرُوْا وَتَوَلَّوْا وَّاسْتَغْنَی اللّٰهُ ؕ— وَاللّٰهُ غَنِیٌّ حَمِیْدٌ ۟
६. हे या कारणास्तव की त्यांच्याजवळ त्यांचे पैगंबर स्पष्ट प्रमाण (पुरावे) घेऊन आले तेव्हा ते म्हणाले की काय एक मनुष्य आम्हाला मार्गदर्शन करील?१ आणि इन्कार केला व तोंड फिरविले आणि अल्लाहने त्यांची पर्वा केली नाही, आणि अल्लाह तर आहेच मोठा निःस्पृह, सर्वगुण संपन्न.
(१) हे त्यांच्या इन्कारा (कुप्र) मुळे आहे की त्यांनी हा कुप्र, जो दोन्ही जमात त्यांच्या शिक्षा यातनेचे कारण बनला, यासाठी अंगीकारला की त्यांनी एक मनुष्याला आपला मार्गदर्शक मानण्यास इन्कार केला, अर्थात एका माणसाचे पैगंबर बनून लोकांना सन्मार्ग दाखविण्यासाठी येणे, त्यांच्यासाठी स्वीकार करण्यायोग्य नव्हते. असे आजच्या काळात देखील बिदअती (धर्मात नव्या गोष्टी सामील करणाऱ्या) लोकांसाठी पैगंबर (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) यांना मनुष्य मानणे मोठे असह्य व कठीण वाटते.
Арабча тафсирлар:
 
Маънолар таржимаси Оят: (6) Сура: Тағобун
Суралар мундарижаси Бет рақами
 
Қуръони Карим маъноларининг таржимаси - Маратийча таржима - Муҳаммад Шафий Ансорий - Таржималар мундарижаси

Муҳаммад Шафий Ансорий таржимаси.

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