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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (176) ছুৰা: আল-আ'ৰাফ
وَلَوْ شِئْنَا لَرَفَعْنٰهُ بِهَا وَلٰكِنَّهٗۤ اَخْلَدَ اِلَی الْاَرْضِ وَاتَّبَعَ هَوٰىهُ ۚ— فَمَثَلُهٗ كَمَثَلِ الْكَلْبِ ۚ— اِنْ تَحْمِلْ عَلَیْهِ یَلْهَثْ اَوْ تَتْرُكْهُ یَلْهَثْ ؕ— ذٰلِكَ مَثَلُ الْقَوْمِ الَّذِیْنَ كَذَّبُوْا بِاٰیٰتِنَا ۚ— فَاقْصُصِ الْقَصَصَ لَعَلَّهُمْ یَتَفَكَّرُوْنَ ۟
१७६. आणि जर आम्ही इच्छिले असते तर त्याला या निशाण्यांमुळे उच्च पदावर बसविले असते, परंतु तो तर जगाच्या मोहपाशात अडकला आणि आपल्या इच्छा-आकांक्षांच्या मागे चालू लागला तेव्हा त्याची अवस्था कुत्र्यासारखी झाली की जर तुम्ही त्याच्यावर हल्ला कराल तरीही (जीभ बाहेर काढून) धापा टाकील किंवा त्याला सोडून द्याल तरीही धापा टाकील. हीच अवस्थआ त्या लोकांची आहे, ज्यांनी आमच्या आयतींना खोटे ठरविले, यास्तव तुम्ही या अवस्थेचे निवेदन करा, कदाचित त्या लोकांनी काही विचार करावा.
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (176) ছুৰা: আল-আ'ৰাফ
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

ইয়াক অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বাফী আনচাৰী।

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