কুরআনুল কারীমের অর্থসমূহের অনুবাদ - মারাঠি ভাষায় অনুবাদ * - অনুবাদসমূহের সূচী


অর্থসমূহের অনুবাদ আয়াত: (36) সূরা: সূরা আল-মায়েদা
اِنَّ الَّذِیْنَ كَفَرُوْا لَوْ اَنَّ لَهُمْ مَّا فِی الْاَرْضِ جَمِیْعًا وَّمِثْلَهٗ مَعَهٗ لِیَفْتَدُوْا بِهٖ مِنْ عَذَابِ یَوْمِ الْقِیٰمَةِ مَا تُقُبِّلَ مِنْهُمْ ۚ— وَلَهُمْ عَذَابٌ اَلِیْمٌ ۟
३६. निःसंशय, जे लोक काफिर (इन्कारी) आहेत, त्यांनी जर अल्लाहच्या शिक्षा-यातने (अज़ाब) पासून सुटका होण्याकरिता, धरतीवर जे काही आहे, ते सर्वच्या सर्व दंड म्हणून देऊन टाकले आणि तेवढेच आणखी घेऊन आले, तरीदेखील कयामतीच्या दिवशी अज़ाबपासून सुटका होण्याकरिता कबूल केले जाणार नाही, आणि त्यांच्याकरिता दुःखदायक शिक्षा-यातनेचा क्रम जारी राहील.
আরবি তাফসীরসমূহ:
 
অর্থসমূহের অনুবাদ আয়াত: (36) সূরা: সূরা আল-মায়েদা
সূরাসমূহের সূচী পৃষ্ঠার নাম্বার
 
কুরআনুল কারীমের অর্থসমূহের অনুবাদ - মারাঠি ভাষায় অনুবাদ - অনুবাদসমূহের সূচী

মারাঠি ভাষায় কুরআনুল কারীমের অর্থসমূহের অনুবাদ। অনুবাদ করেছেন মুহাম্মদ শফী আনসারী। আল-বিরর ফাউণ্ডেশন, মুম্বাই প্রকাশ করেছে।

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