কুরআনুল কারীমের অর্থসমূহের অনুবাদ - মারাঠি ভাষায় অনুবাদ * - অনুবাদসমূহের সূচী


অর্থসমূহের অনুবাদ আয়াত: (23) সূরা: সূরা আল-আনআম
ثُمَّ لَمْ تَكُنْ فِتْنَتُهُمْ اِلَّاۤ اَنْ قَالُوْا وَاللّٰهِ رَبِّنَا مَا كُنَّا مُشْرِكِیْنَ ۟
२३. मग त्यांच्या शिर्कची, याखेरीज कोणतीही सबब नसेल की म्हणतील, आमच्या पालनकर्त्या अल्लाहची शपथ, आम्ही अनेक ईश्वरांची उपासना करणारे नव्हतो. १
(१) फितना या शब्दाचा एक अर्थ शिर्क आणि एक अर्थ तौबा असा केला गेला आहे. अर्थात शेवटी हे लोक प्रमाण व क्षमा याचना सादर करून अज़ाबपासून सुटका प्राप्त करण्याचा प्रयत्न करतील की आम्ही तर अनेक ईश्वरांचे उपासक नव्हतो. या ठिकाणी ही शंका नसावी की तिथे तर माणसाचे हात पाय साक्ष देतील आणि तोंडावर मोहर लावली जाईल, मग हे इन्कार कसे करतील? याचे उत्तर हजरत अब्बास यांनी दिले आहे की जेव्हा मूर्तिपूजक पाहतील की ईमानधारक जन्नतमध्ये प्रवेश करीत आहेत, तेव्हा ते आपसात सल्लामसलत करून मूर्तिपूजा करण्याचाच इन्कार करतील तेव्हा अल्लाह त्यांच्या तोंडावर मोहर लावील आणि त्यांचे हात पाय त्यांच्या कृत-कर्मांची साक्ष देतील. मग ते सर्वश्रेष्ठ अल्लाहपासून कोणतीही गोष्ट लपविण्याचे सामर्थ्य राखू शकणार नाहीत. (इब्ने कसीर)
আরবি তাফসীরসমূহ:
 
অর্থসমূহের অনুবাদ আয়াত: (23) সূরা: সূরা আল-আনআম
সূরাসমূহের সূচী পৃষ্ঠার নাম্বার
 
কুরআনুল কারীমের অর্থসমূহের অনুবাদ - মারাঠি ভাষায় অনুবাদ - অনুবাদসমূহের সূচী

মারাঠি ভাষায় কুরআনুল কারীমের অর্থসমূহের অনুবাদ। অনুবাদ করেছেন মুহাম্মদ শফী আনসারী। আল-বিরর ফাউণ্ডেশন, মুম্বাই প্রকাশ করেছে।

বন্ধ