Prijevod značenja časnog Kur'ana - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Sadržaj prijevodā


Prijevod značenja Ajet: (104) Sura: Sura Alu Imran
وَلْتَكُنْ مِّنْكُمْ اُمَّةٌ یَّدْعُوْنَ اِلَی الْخَیْرِ وَیَاْمُرُوْنَ بِالْمَعْرُوْفِ وَیَنْهَوْنَ عَنِ الْمُنْكَرِ ؕ— وَاُولٰٓىِٕكَ هُمُ الْمُفْلِحُوْنَ ۟
(ऐ ईमान वालो) तुम्हारे अंदर एक समूह ऐसा होना चाहिए जो हर उस भलाई की ओर बुलाए जो अल्लाह को पसंद है, वह उस नेकी का आदेश दे जो शरीयत से प्रमाणित है और शुद्ध बुद्धि उसे अच्छा समझती है, तथा उस बुराई से रोके जिससे शरीयत ने रोका है और शुद्ध बुद्धि उसे बुरा समझती है। तथा इस गुण से सुसज्जित लोग ही दुनिया एवं आख़िरत में सफलता प्राप्त करने वाले हैं।
Tefsiri na arapskom jeziku:
Poruke i pouke ajeta na ovoj stranici:
• متابعة أهل الكتاب في أهوائهم تقود إلى الضلال والبعد عن دين الله تعالى.
• पुस्तक वाले लोगों अर्थात यहूदियों एवं ईसाइयों का उनकी इच्छाओं में अनुसरण करना पथभ्रष्टता और सर्वशक्तिमान अल्लाह के धर्म से दूरी की ओर ले जाता है।

• الاعتصام بالكتاب والسُّنَّة والاستمساك بهديهما أعظم وسيلة للثبات على الحق، والعصمة من الضلال والافتراق.
• किताब और सुन्नत को मजबूती से थाम लेना और उनके मार्गदर्शन का पालन करना, सत्य पर दृढ़ता व स्थिरता तथा पथभ्रष्टता और विभेद से सुरक्षा का सबसे बड़ा साधन है।

• الافتراق والاختلاف الواقع في هذه الأمة في قضايا الاعتقاد فيه مشابهة لمن سبق من أهل الكتاب.
• इस उम्मत के भीतर अक़ीदा (विश्वास) के मुद्दे में घटित होनेवाले मतभेद और विवाद में भूतपूर्व अह्ले किताब (अर्थात यहूदियों एवं ईसाइयों) की समानता पाई जाती है।

• وجوب الأمر بالمعروف والنهي عن المنكر؛ لأن به فلاح الأمة وسبب تميزها.
• भलाई का आदेश देने एवं बुराई से रोकने की अनिवार्यता, इसलिए कि उसी में उम्मत की सफलता और उसकी उत्कृष्टता का कारण निहित है।

 
Prijevod značenja Ajet: (104) Sura: Sura Alu Imran
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Prijevod značenja časnog Kur'ana - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - Sadržaj prijevodā

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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