Firo maanaaji al-quraan tedduɗo oo - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Tippudi firooji ɗii


Firo maanaaji Aaya: (17) Simoore: Simoore Saba
ذٰلِكَ جَزَیْنٰهُمْ بِمَا كَفَرُوْا ؕ— وَهَلْ نُجٰزِیْۤ اِلَّا الْكَفُوْرَ ۟
यह परिवर्तन (जो उन्हें प्राप्त नेमतों में हुआ) उनके कुफ़्र के कारण तथा उनके नेमतों के प्रति आभार प्रकट करने से उपेक्षा करने के कारण है। और हम यह कठोर दंड केवल उसी को देते हैं जो अल्लाह की नेमतों का इनकार करने वाला तथा महिमावान अल्लाह के प्रति बहुत कृतघ्न हो।
Faccirooji aarabeeji:
Ina jeyaa e nafoore aayeeje ɗee e ngol hello:
• الشكر يحفظ النعم، والجحود يسبب سلبها.
• कृतज्ञता नेमतों की रक्षा करती और कृतघ्नता के कारण नेमतें छिन जाती हैं।

• الأمن من أعظم النعم التي يمتنّ الله بها على العباد.
• सुरक्षा उन बड़ी नेमतों में से एक है, जिसके द्वारा अल्लाह बंदों पर एहसान जताता है।

• الإيمان الصحيح يعصم من اتباع إغواء الشيطان بإذن الله.
• सच्चा ईमान, अल्लाह की अनुमति से शैतान के प्रलोभन का पालनका करने से बचाता है।

• ظهور إبطال أسباب الشرك ومداخله كالزعم بأن للأصنام مُلْكًا أو مشاركة لله، أو إعانة أو شفاعة عند الله.
• शिर्क के कारणों और उसके प्रवेश द्वारों का खंडन। जैसे यह समझना कि मूर्तियों को राज्य का कुछ अधिकार या अल्लाह के साथ भागीदारी प्राप्त है, या वे सहायक हैं या अल्लाह के निकट सिफारिश करने का अधिकार रखते हैं।

 
Firo maanaaji Aaya: (17) Simoore: Simoore Saba
Tippudi cimooje Tonngoode hello ngoo
 
Firo maanaaji al-quraan tedduɗo oo - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - Tippudi firooji ɗii

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

Uddude