Traduction des sens du Noble Coran - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Lexique des traductions


Traduction des sens Verset: (19) Sourate: AL-INFITÂR
یَوْمَ لَا تَمْلِكُ نَفْسٌ لِّنَفْسٍ شَیْـًٔا ؕ— وَالْاَمْرُ یَوْمَىِٕذٍ لِّلّٰهِ ۟۠
जिस दिन कोई किसी को लाभ नहीं पहुँचा सकेगा और उस दिन सारा मामला केवल अल्लाह के हाथ में होगा। वह जो चाहेगा, करेगा। किसी के हाथ में कुछ नहीं होगा।
Les exégèses en arabe:
Parmi les bénéfices ( méditations ) des versets de cette page:
• التحذير من الغرور المانع من اتباع الحق.
• दुनिया के धोखे में पड़ने से सावधान किया गया है, जो सत्य का पालन करने की राह में रुकावट है।

• الجشع من الأخلاق الذميمة في التجار ولا يسلم منه إلا من يخاف الله.
• लालच व्यापारियों की निंदनीय नैतिकताओं में से एक है, और इससे केवल वही सुरक्षित रहता है, जो अल्लाह से डरता है।

• تذكر هول القيامة من أعظم الروادع عن المعصية.
• क़ियामत की भयावहता को याद करना, पाप के लिए सबसे बड़े अवरोधकों में से एक है।

 
Traduction des sens Verset: (19) Sourate: AL-INFITÂR
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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