કુરઆન મજીદના શબ્દોનું ભાષાંતર - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ભાષાંતરોની અનુક્રમણિકા


શબ્દોનું ભાષાંતર આયત: (141) સૂરહ: અલ્ અઅરાફ
وَاِذْ اَنْجَیْنٰكُمْ مِّنْ اٰلِ فِرْعَوْنَ یَسُوْمُوْنَكُمْ سُوْٓءَ الْعَذَابِ ۚ— یُقَتِّلُوْنَ اَبْنَآءَكُمْ وَیَسْتَحْیُوْنَ نِسَآءَكُمْ ؕ— وَفِیْ ذٰلِكُمْ بَلَآءٌ مِّنْ رَّبِّكُمْ عَظِیْمٌ ۟۠
तथा (ऐ बनी इसराईल!) वह समय याद करो, जब हमने तुम्हें फ़िरऔन और उसकी जाति के अपमानजनक व्यवहार से बचाकर तुम्हें मुक्ति दिलाई, क्योंकि वे तुम्हें तरह-तरह से सताते थे; तुम्हारे पुत्रों को बुरी तरह क़त्ल कर देते थे और तुम्हारी स्त्रियों को अपनी सेवा के लिए जीवित रहने देते थे। तथा तुम्हें फ़िरऔन और उसकी जाति के चंगुल से मुक्त करने की इस घटना में तुम्हारे पालनहार की ओर से बहुत बड़ी परीक्षा है, जिसके लिए तुम्हें आभार प्रकट करने की आवश्यकता है।
અરબી તફસીરો:
આયતોના ફાયદાઓ માંથી:
• تؤكد الأحداث أن بني إسرائيل كانوا ينتقلون من ضلالة إلى أخرى على الرغم من وجود نبي الله موسى بينهم.
• घटनाएँ इस बात की पुष्टि करती हैं कि बनी इसराईल उनके बीच अल्लाह के नबी मूसा अलैहिस्सलाम की उपस्थिति के बावजूद एक गुमराही से दूसरी में पड़ते रहते थे।

• من مظاهر خذلان الأمة أن تُحَسِّن القبيح، وتُقَبِّح الحسن بمجرد الرأي والأهواء.
• उम्मत की विफलता का एक दृश्य यह भी है कि वह मात्र अपनी राय और इच्छाओं के आधार पर ग़लत को सही और सही को ग़लत ठहराने लगे।

• إصلاح الأمة وإغلاق أبواب الفساد هدف سام للأنبياء والدعاة.
• उम्मत को सुधारना और बिगाड़ (भ्रष्टाचार) के द्वार को बंद करना नबियों और धर्म-प्रचारकों का एक महान लक्ष्य है।

• قضى الله تعالى ألا يراه أحد من خلقه في الدنيا، وسوف يكرم من يحب من عباده برؤيته في الآخرة.
• अल्लाह ने फैसला किया है कि उसकी कोई भी मख़लूक़ उसे दुनिया में नहीं देखेगी, और आख़िरत में वह अपने बंदों में से जिससे प्रेम करता है, उसे अपने दर्शन से सम्मानित करेगा।

 
શબ્દોનું ભાષાંતર આયત: (141) સૂરહ: અલ્ અઅરાફ
સૂરહ માટે અનુક્રમણિકા પેજ નંબર
 
કુરઆન મજીદના શબ્દોનું ભાષાંતર - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - ભાષાંતરોની અનુક્રમણિકા

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

બંધ કરો