अरबी भाषा - अत-तफ़सीर अल-मुयस्सर * - अनुवादों की सूची


आयत: (20) सूरा: सूरा अल्-ब-क़-रा
يَكَادُ ٱلۡبَرۡقُ يَخۡطَفُ أَبۡصَٰرَهُمۡۖ كُلَّمَآ أَضَآءَ لَهُم مَّشَوۡاْ فِيهِ وَإِذَآ أَظۡلَمَ عَلَيۡهِمۡ قَامُواْۚ وَلَوۡ شَآءَ ٱللَّهُ لَذَهَبَ بِسَمۡعِهِمۡ وَأَبۡصَٰرِهِمۡۚ إِنَّ ٱللَّهَ عَلَىٰ كُلِّ شَيۡءٖ قَدِيرٞ
يقارب البرق -من شدة لمعانه- أن يسلب أبصارهم، ومع ذلك فكلَّما أضاء لهم مشَوْا في ضوئه، وإذا ذهب أظلم الطريق عليهم فيقفون في أماكنهم. ولولا إمهال الله لهم لسلب سمعهم وأبصارهم، وهو قادر على ذلك في كل وقتٍ، إنه على كل شيء قدير.
अरबी तफ़सीरें:
 
आयत: (20) सूरा: सूरा अल्-ब-क़-रा
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अरबी भाषा - अत-तफ़सीर अल-मुयस्सर - अनुवादों की सूची

अत-तफ़सीर अल-मुयस्सर, अरबी भाषा में - किंग फ़ह्द क़ुरआन मुद्रण कॉम्पलेक्स मदीना मुनव्वरा से निर्गत।

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