क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - अज़रबैजानी अनुवाद - अली खान मोसाइफ़ * - अनुवादों की सूची

PDF XML CSV Excel API
Please review the Terms and Policies

अर्थों का अनुवाद आयत: (51) सूरा: सूरा अन्-नूर
إِنَّمَا كَانَ قَوۡلَ ٱلۡمُؤۡمِنِينَ إِذَا دُعُوٓاْ إِلَى ٱللَّهِ وَرَسُولِهِۦ لِيَحۡكُمَ بَيۡنَهُمۡ أَن يَقُولُواْ سَمِعۡنَا وَأَطَعۡنَاۚ وَأُوْلَٰٓئِكَ هُمُ ٱلۡمُفۡلِحُونَ
Aralarında hökm vermək üçün Allaha və Onun Elçisinə çağırıldıqda möminlərin sözü ancaq: “Eşitdik və itaət etdik!”– demələri oldu. Nicat tapanlar da məhz onlardır.
अरबी तफ़सीरें:
 
अर्थों का अनुवाद आयत: (51) सूरा: सूरा अन्-नूर
सूरों की सूची पृष्ठ संख्या
 
क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - अज़रबैजानी अनुवाद - अली खान मोसाइफ़ - अनुवादों की सूची

पवित्र क़ुरआन के अर्थों का अज़रबैजानी अनुवाद, अनुवादक : अली खान मोसाइफ। संशोधन का काम रुव्वाद अनुवाद केंद्र की निगरानी में संपन्न हुआ। मूल अनुवाद सुझाव प्राप्त करने तथा मूल्यांकन एवं निरंतर उन्नयन हेतु उपलब्ध है।

बंद करें