क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - अज़रबैजानी अनुवाद - अली खान मोसाइफ़ * - अनुवादों की सूची

PDF XML CSV Excel API
Please review the Terms and Policies

अर्थों का अनुवाद आयत: (32) सूरा: सूरा अल्-फ़ुर्क़ान
وَقَالَ ٱلَّذِينَ كَفَرُواْ لَوۡلَا نُزِّلَ عَلَيۡهِ ٱلۡقُرۡءَانُ جُمۡلَةٗ وَٰحِدَةٗۚ كَذَٰلِكَ لِنُثَبِّتَ بِهِۦ فُؤَادَكَۖ وَرَتَّلۡنَٰهُ تَرۡتِيلٗا
Kafirlər dedilər: “Nə üçün Quran ona bir dəfəyə bütöv nazil olmadı?” Biz onu sənin qəlbini möhkəmləndirmək üçün tədricən nazil etdik və onu ən gözəl şəkildə (ayəbəayə) izah etdik.
अरबी तफ़सीरें:
 
अर्थों का अनुवाद आयत: (32) सूरा: सूरा अल्-फ़ुर्क़ान
सूरों की सूची पृष्ठ संख्या
 
क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - अज़रबैजानी अनुवाद - अली खान मोसाइफ़ - अनुवादों की सूची

पवित्र क़ुरआन के अर्थों का अज़रबैजानी अनुवाद, अनुवादक : अली खान मोसाइफ। संशोधन का काम रुव्वाद अनुवाद केंद्र की निगरानी में संपन्न हुआ। मूल अनुवाद सुझाव प्राप्त करने तथा मूल्यांकन एवं निरंतर उन्नयन हेतु उपलब्ध है।

बंद करें