क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - अज़रबैजानी अनुवाद - अली खान मोसाइफ़ * - अनुवादों की सूची

PDF XML CSV Excel API
Please review the Terms and Policies

अर्थों का अनुवाद आयत: (79) सूरा: सूरा आले इम्रान
مَا كَانَ لِبَشَرٍ أَن يُؤۡتِيَهُ ٱللَّهُ ٱلۡكِتَٰبَ وَٱلۡحُكۡمَ وَٱلنُّبُوَّةَ ثُمَّ يَقُولَ لِلنَّاسِ كُونُواْ عِبَادٗا لِّي مِن دُونِ ٱللَّهِ وَلَٰكِن كُونُواْ رَبَّٰنِيِّـۧنَ بِمَا كُنتُمۡ تُعَلِّمُونَ ٱلۡكِتَٰبَ وَبِمَا كُنتُمۡ تَدۡرُسُونَ
Heç bir kəsin, Allah ona Kitab, hikmət və peyğəmbərlik verdikdən sonra insanlara: “Allaha yox, mənə qul olun!”– deməsi mümkün deyil. Əksinə, (o belə) deyər: “Öyrətdiyiniz Kitabın və ondan öyrəndiyiniz şeyin sayəsində rəbbani olun!”
अरबी तफ़सीरें:
 
अर्थों का अनुवाद आयत: (79) सूरा: सूरा आले इम्रान
सूरों की सूची पृष्ठ संख्या
 
क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - अज़रबैजानी अनुवाद - अली खान मोसाइफ़ - अनुवादों की सूची

पवित्र क़ुरआन के अर्थों का अज़रबैजानी अनुवाद, अनुवादक : अली खान मोसाइफ। संशोधन का काम रुव्वाद अनुवाद केंद्र की निगरानी में संपन्न हुआ। मूल अनुवाद सुझाव प्राप्त करने तथा मूल्यांकन एवं निरंतर उन्नयन हेतु उपलब्ध है।

बंद करें