क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - अल-मुख़तसर फ़ी तफ़सीर अल-क़ुरआन अल-करीम का चीनी अनुवाद * - अनुवादों की सूची


अर्थों का अनुवाद आयत: (154) सूरा: सूरा अन्-निसा
وَرَفَعۡنَا فَوۡقَهُمُ ٱلطُّورَ بِمِيثَٰقِهِمۡ وَقُلۡنَا لَهُمُ ٱدۡخُلُواْ ٱلۡبَابَ سُجَّدٗا وَقُلۡنَا لَهُمۡ لَا تَعۡدُواْ فِي ٱلسَّبۡتِ وَأَخَذۡنَا مِنۡهُم مِّيثَٰقًا غَلِيظٗا
为恐他们所行不义,与他们缔约,我曾把山抬高过他们头顶,之后,我对他们说:“你们低头进入耶路撒冷吧!”他们背部着地的进了城。我对他们说:“安息日,你们不要捕鱼。”但他们都违反了命令,我曾与他们缔结过一个严重的盟约,但他们也都违约了。
अरबी तफ़सीरें:
इस पृष्ठ की आयतों से प्राप्त कुछ बिंदु:
• يجوز للمظلوم أن يتحدث عن ظلمه وظالمه لمن يُرْجى منه أن يأخذ له حقه، وإن قال ما لا يسر الظالم.
1、   允许那些希望有人替他伸张正义的受亏枉者谈论他的冤情和行亏者,即使说出对行亏者不悦的言辞。

• حض المظلوم على العفو - حتى وإن قدر - كما يعفو الرب - سبحانه - مع قدرته على عقاب عباده.
2、   鼓励受亏者能够宽恕-如果可以-就像清高的真主有能力惩罚祂的仆人但却选择了宽恕那样。

• لا يجوز التفريق بين الرسل بالإيمان ببعضهم دون بعض، بل يجب الإيمان بهم جميعًا.
3、   不允许对众使者加以区别,信仰一部分,而否认另一部分,应信仰全部的使者。

 
अर्थों का अनुवाद आयत: (154) सूरा: सूरा अन्-निसा
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अल-मुख़तसर फ़ी तफ़सीर अल-क़ुरआन अल-करीम का चीनी अनुवाद। मरकज़ तफ़सीर लिद-दिरासात अल-इस्लामिय्यह की ओर से निर्गत।

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