क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - अनुवादों की सूची


अर्थों का अनुवाद आयत: (76) सूरा: सूरा अल्-क़सस
اِنَّ قَارُوْنَ كَانَ مِنْ قَوْمِ مُوْسٰی فَبَغٰی عَلَیْهِمْ ۪— وَاٰتَیْنٰهُ مِنَ الْكُنُوْزِ مَاۤ اِنَّ مَفَاتِحَهٗ لَتَنُوْٓاُ بِالْعُصْبَةِ اُولِی الْقُوَّةِ ۗ— اِذْ قَالَ لَهٗ قَوْمُهٗ لَا تَفْرَحْ اِنَّ اللّٰهَ لَا یُحِبُّ الْفَرِحِیْنَ ۟
निःसंदेह क़ारून मूसा अलैहिस्सलाम की जाति में से था। फिर उसने उनके विरुद्ध सरकशी दिखाई। हमने उसे धनों के इतने ख़ज़ाने दिए थे कि उसके ख़ज़ानों की चाबियाँ उठाना एक बलशाली दल पर भारी पड़ता था। जब उसकी जाति के लोगों ने उससे कहा : तू खुशी से मत इतरा, निश्चय अल्लाह खुशी से इतराने वालों से प्रेम नहीं करता। बल्कि उनसे नफरत करता है और उन्हें इसके लिए यातना देता है।
अरबी तफ़सीरें:
इस पृष्ठ की आयतों से प्राप्त कुछ बिंदु:
• تعاقب الليل والنهار نعمة من نعم الله يجب شكرها له.
• रात और दिन का एक-दूसरे के बाद आना-जाना अल्लाह की नेमतों में से एक नेमत है, जिसका हमें शुक्र अदा करना चाहिए।

• الطغيان كما يكون بالرئاسة والملك يكون بالمال.
• सरकशी, जिस तरह सरदारी और राजत्व के कारण होती है, धन के कारण भी होती है।

• الفرح بَطَرًا معصية يمقتها الله.
• घमंड एवं इतराहट से खुश होना एक ऐसा पाप है, जिससे अल्लाह घृणा करता है।

• ضرورة النصح لمن يُخاف عليه من الفتنة.
• जिस व्यक्ति के फ़ितने में पड़ने का भय हो, उसे नसीहत करने की आवश्यकता।

• بغض الله للمفسدين في الأرض.
• अल्लाह धरती में बिगाड़ करने वालों से घृणा करता है।

 
अर्थों का अनुवाद आयत: (76) सूरा: सूरा अल्-क़सस
सूरों की सूची पृष्ठ संख्या
 
क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - अनुवादों की सूची

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

बंद करें